अरुण यादव को मतदान में गड़बड़ी की आशंका, बोले जनसमर्थन के बावजूद मिलते हैं कम वोट
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ बुधनी विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने क्षेत्र के सौ से सवा सौ मतदान केन्द्रों पर गड़बड़ी की आशंका जताते हुए चुनाव आयोग से गुरुवार को आग्रह किया कि ऐसे मतदान केन्द्रों की निगरानी के विशेष प्रबंध किए जाएं, जहां अच्छा जनसमर्थन होने के बावजूद कांग्रेस को 5, 10, 25 या 40 वोट ही मिलते हैं।
यादव ने यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कहा, हमने चुनाव आयोग से कहा है कि बुधनी विधानसभा क्षेत्र के सौ से सवा सौ बूथों पर गड़बड़ी की आशंका है। इसलिए उनकी निगरानी की विशेष व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जीतने वाली है और जनता का उसे पूरा समर्थन है।
मुख्यमंत्री होने के कारण तकनीकी दबाव के बावजूद जनता का समर्थन कांग्रेस के पक्ष में है। लेकिन कुछ बूथों पर अच्छा खासा जनसमर्थन होने के बावजूद केवल पांच, दस, 25 या 40 वोट ही कांग्रेस को मिल रहे हैं, इससे पार्टी को कुछ गड़बड़ी होने की आशंका है।
उन्होंने कहा कि नौ नवंबर को नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने 10 दिनों के अंदर 200 से अधिक गांवों का दौरा किया है और आश्चर्य है कि उन गांवों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। सड़कें बदहाल हैं, पानी का प्रबंध नहीं है। महिलाओं, बुजुर्गों को पेंशन समय पर नहीं मिलती। प्रधानमंत्री आवास बनाने में भ्रष्टाचार है।
उन्होंने कहा कि लोगों का आरोप है कि पूरे विधानसभा क्षेत्र को मुख्यमंत्री के करीबी लोगों को ठेके पर दे दिया गया है। क्षेत्र में भय का माहौल है। कोई आम आदमी इन गड़बड़ियों के विरुद्ध आवाज़ नहीं उठा सकता है। यादव ने कहा कि बुधनी में विकास के नाम पर ट्राइडेंट और वर्द्धमान के कारखाने हैं जिनके लिए किसानों की हजारों एकड़ ज़मीन हड़प कर उद्योगों को दे दी गई है और स्थानीय लोगों को रोज़गार नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य में बाहरी उद्योग लगाने की नीति यह होती है कि 50 प्रतिशत रोज़गार स्थानीय लोगों को दिया जाएगा, लेकिन इन कारखानों में पूरा रोज़गार बाहरी लोगों को ही दिया गया है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व 30 साल से चौहान के पास है। 5 बार के सांसद, 3 बार के मुख्यमंत्री होने के बावजूद चौहान के क्षेत्र की बदहाली हैरत में डालने वाली है।
उन्होंने मीडिया के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे बुधनी आएं और वहां के हालात को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करें ताकि भाजपा के विकास के नारे की कलई खुल सके। सीहोर जिले के बुधनी से चौहान भाजपा प्रत्याशी के तौर पर वर्ष 2006 से लगातार जीतते आ रहे हैं। इस बार कांग्रेस ने चौहान के खिलाफ यादव पर दांव खेला है। वे लगातार बुधनी क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं, जबकि चौहान की ओर से उनके परिजन भी प्रचार में जुटे हैं।