अमलनेर। गणतंत्र दिवस के अवसर पर मंगल ग्रह सेवा संस्था ने श्री सद्गुरु संत सखाराम महाराज वेदपाठशाला में सरस्वती वंदना एवं संतश्री प्रसाद महाराज के पावन हाथों से दीप प्रज्वलित कर मंगल बाल संस्कार केंद्र का शुभारंभ किया. संतश्री प्रसाद महाराज ने इस उद्यमी पहल को आशीर्वाद दिया जो समय की आवश्यकता है।
कार्टून, गेम, वीडियो, मोबाइल चक्कर में पले-बढ़े बच्चों के लिए यह कुछ कठिन है। पहले दादा-दादी के संस्कारों से बच्चों में जीवन की दिशा और अनुशासन का संचार होता था। अब ये सभी पुराने और दुर्लभ हो गए हैं।
इस पृष्ठभूमि में मंगल ग्रह सेवा संस्था मंगल बाल संस्कार केंद्र के माध्यम से दृष्टांत, आरती, भक्ति गीत, अनुष्ठान और समग्र मूल्य शिक्षा के माध्यम से व्यक्तित्व विकास प्राप्त करने का प्रयास कर रही है। इसी तरह बच्चों में जल संरक्षण, वन संरक्षण, वृक्षारोपण, तीव्र देशभक्ति, अच्छी आदतें, व्यायाम, योग और प्राणायाम का महत्व भी सिखाया जाएगा।
प्रारंभ में यहां के विद्यालयों में मंगल बालसंस्कार केंद्र चलाया जाएगा। उसके बाद इस केंद्र को अन्यत्र लागू करने का प्रयास किया जाएगा। जैसे एक कली को खिलते समय उसे संभाल कर रखना होता है, वैसे ही बच्चों को बड़े होते हुए उनके बालमन को देखते हुए उनमे संस्कार के बीज बोने पड़ते हैं।
मंगल बाल संस्कार केंद्र का मुख्य उद्देश्य नियमित अनुशासन, प्रार्थना, व्यायाम, सुसंस्कृत विचारों के माध्यम से सुसंस्कृत छात्रों का निर्माण करना है।
उद्घाटन के मौके पर अध्यक्ष दिगंबर महाले, उपाध्यक्ष एसएन पाटील, सचिव सुरेश बाविस्कर, संयुक्त सचिव दिलीप बहिराम, कोषाध्यक्ष गिरीश कुलकर्णी, ट्रस्टी डीए सोनवणे, विठ्ठल रुख्मिणी संस्थान के ट्रस्टी राजू नेरकर (नासिक), जयंत मोडक, येवले अप्पा, महेश कोठावड़े, जयेंद्र वैद्य व गणेश जोशी श्री मंगलग्रह मंदिर के पुजारी आदि सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।