संक्रांति पर पवित्र नदी, तीर्थ, सरोवरों आदि में स्नान से पुण्यफल प्राप्त होता है। कई प्रकार के दान व पूजन कर पुण्य प्राप्ति की जाती है। राशि के अनुसार दान कर कई गुना लाभ लिया जा सकता है, जैसे :
मेष राशि- तिल, वस्त्र, गर्म वस्त्र, मच्छरदानी आदि।
वृषभ राशि- ऊनी वस्त्र, तिल, गुड़-तिल आदि।
मिथुन राशि- तिल, गर्म वस्त्र, मच्छरदानी आदि।
कर्क राशि- तिल, सफेद वस्त्र, साबूदाना, गर्म वस्त्र आदि।
सिंह राशि- तिल, कम्बल, गुड़ इत्यादि।
कन्या राशि- तिल, कम्बल, तेल, काला उड़द आदि।
तुला राशि- तिल, तेल, रूई, वस्त्र, राई इत्यादि।
वृश्चिक- खिचड़ी, तिल, गर्म वस्त्र इत्यादि।
धनु- तिल, चने की दाल, स्वर्ण इत्यादि।
मकर- तिल, तेल, गर्म वस्त्र, धर्मग्रंथ आदि।
कुंभ- तिल, तेल, साबुन, वस्त्र, अन्न इत्यादि।
मीन- तिल, चना, चने की दाल, कम्बल इत्यादि।
मकर संक्रांति पूरे भारतवर्ष में मनाई जाती है। उत्तर भारत में खिचड़ी पर्व, पंजाब में लोहड़ी, तमिलनाडु में पोंगल, पूर्वी भारत में बिहू नाम से मनाते हैं।