Maharashtra CM Suspense ends : महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर बना सस्पेंस कुछ घंटों में खत्म हो जाएगा। महाराष्ट्र भाजपा की विधायक दल की बैठक आज सुबह 11 बजे होगी। इससे पहले मंगलवार रात महाराष्ट्र में राजनीतिक सरगर्मियां तेज रहीं। महाराष्ट्र के लिए भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक विजय रूपाणी मंगलवार रात मुंबई पहुंच गए। मीडिया खबरों के अनुसार 5 तारीख को सीएम और दो डिप्टी सीएम शपथ लेंगे, शिवसेना ने मांग की है कि और भी मंत्री शपथ लें।
शिवसेना को नहीं मिलेगा गृह मंत्रालय
शिवसेना को शहरी विकास मंत्रालय मिल सकता है। खबरों के मुताबिक शिवसेना को गृह मंत्रालय नहीं मिलेगा। भाजपा गृह मंत्रालय, राजस्व और डिप्टी स्पीकर का पद अपने पास रखेगी। 20 से 22 मंत्री भाजपा के, शिंदे को 10-12 मंत्री मिल सकते हैं। डिप्टी सीएम के साथ एनसीपी को वित्त मंत्रालय के साथ डिप्टी स्पीकर का पद मिल सकता है। एनसीपी के 9 से 10 विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है।
देवेन्द्र फडणवीस सबसे आगे
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 132 सीट जीती हैं, ऐसे में देवेन्द्र फडणवीस को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे देखा जा रहा है। भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के महायुति गठबंधन द्वारा 288 विधानसभा सीट में से 230 सीट जीतने के बावजूद, राज्य में सरकार का गठन होना बाकी है।
दिल्ली की महाशक्ति से शिंदे दिखा रहे हैं नखरे
शिवसेना (उबाठा) नेता संजय राउत ने स्पष्ट रूप से भाजपा नेतृत्व की ओर इशारा करते हुए मंगलवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दिल्ली में बैठी महाशक्ति के समर्थन से भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को लेकर नखरे और नाराजगी दिखा रहे हैं।
देरी है अराजकता
नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने महाराष्ट्र में सरकार गठन में हो रही देरी को अराजकतापूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए 10 दिन से अधिक हो गए हैं, लेकिन किसी भी पार्टी या गठबंधन ने न तो सरकार बनाने का दावा पेश किया है और न ही अपने विधायकों की सूची दी है। महाशक्ति के समर्थन के बिना एकनाथ शिंदे ऐसा कुछ करने की हिम्मत नहीं कर सकते। दिल्ली में सत्ता में बैठे लोगों को नखरे दिखाने की हिम्मत किसी में नहीं है।
शिंदे से मुलाकात करने पहुंचे फडणवीस
महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मंगलवार को नियमित जांच के लिए शहर के एक निजी अस्पताल पहुंचे। शिंदे के अस्पताल से लौटने के कुछ घंटे बाद भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस शाम को यहां उनके आधिकारिक आवास वर्षा पहुंचे।
पिछले सप्ताह दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली आमने-सामने की मुलाकात थी। ज्युपिटर अस्पताल के दौरे के कुछ ही घंटों के भीतर शिंदे मालाबार हिल क्षेत्र में स्थित मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा में वापस आ गए।
अस्पताल से वर्षा के लिए रवाना होते समय उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मैं जांच के लिए आया हूं। मेरा स्वास्थ्य ठीक है। अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि शिंदे को गले में तकलीफ है। डॉक्टर ने बताया, मुख्यमंत्री को बुखार और संक्रमण था, जिससे कमजोरी हो गई थी। एहतियात के तौर पर उनका एमआरआई स्कैन भी कराया गया।
चले गए थे पैतृक गांव
शिंदे पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ हैं और ठाणे के अपने निजी आवास पर रह रहे थे। शिंदे पिछले शुक्रवार को सतारा जिले में अपने गांव दारे गए थे, जिसके बाद अटकलें लगाई जाने लगीं कि वह महायुति की नई सरकार के गठन की कवायद से नाखुश हैं ,लेकिन उनके सहयोगियों ने कहा कि शिंदे का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। इनपुट भाषा