पैट कमिंस भारत के खिलाफ 'टेस्ट' को तैयार
नई दिल्ली। मात्र एक टेस्ट मैच का अनुभव रखने वाले ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने कहा है कि वे बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी के शेष मुकाबलों में नंबर एक भारतीय टेस्ट टीम का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
कमिंस ने जोहानसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच वर्ष पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट पदार्पण किया था, लेकिन उसके बाद उनका करियर चोटों से प्रभावित रहा और वे राष्ट्रीय टेस्ट टीम की ओर से नहीं खेल सके, लेकिन भारत दौरे पर मौजूदा टीम के खिलाड़ी मिशेल स्टार्क के चोटिल होने के बाद उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में वापसी का मौका दिया गया है।
यदि वे रांची में भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच खेलने उतरते हैं तो यह मात्र उनका दूसरा टेस्ट होगा। इससे पहले जनवरी में भारत दौरे में कमिंस को रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर रखा गया था। उम्मीद है कि कमिंस रांची में तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड के साथ गेंदबाजी आक्रमण का हिस्सा बन सकते हैं।
कमिंस ने रांची में कहा, मैं जानता हूं कि पिछले कई दौरों में मुझे स्टैंडबाय पर रखा गया था, लेकिन मुझे लगा था कि कभी तो मुझे मौका मिलेगा। मुझे पिछले कुछ महीने पहले अपने वीजा और बाकी चीजों को ठीक करना पड़ा। हालांकि मुझे नहीं लगता कि भारतीय पिचें तेज गेंदबाजों के लिए बहुत अच्छी हैं।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने कहा, मुझे नहीं लगता कि यहां पर मुझे बहुत ओवर खेलने का मौका मिलेगा। वैसे सच कहूं तो मेरे लिए यह पदार्पण जैसा ही है। हालांकि पिछले पांच-छह वर्षों में काफी कुछ हुआ है और इसलिए मैं टेस्ट के लिहाज से खुद को काफी तैयार महसूस कर रहा हूं। भले ही यह मेरे लिए पहले मैच जैसा लग रहा है, लेकिन मैं ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे और टी-20 टीम का हिस्सा हूं इसलिए मुझे खेलने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी।
कमिंस ने कहा, वनडे टीम के जरिए मैं टेस्ट में वापसी की ओर कदम बढ़ा रहा था लेकिन मुझे यह मौका इतनी जल्दी मिल जाएगा, ऐसा मैंने सोचा नहीं था। मैं अगले वर्ष एशेज सीरीज के लिए टीम में जगह बनाने पर ध्यान लगा रहा था और इसलिए शैफील्ड शील्ड मैचों के जरिए सोच रहा था कि मैं चयनकर्ताओं की नज़रों में आ जाऊंगा। लेकिन मुझे काफी जल्दी मौका मिल गया जिससे मैं उत्साहित हूं।
तेज गेंदबाज ने कहा, मैं पहले दो टेस्टों में यहां नहीं था लेकिन जानता हूं कि टेस्ट क्रिकेट को लेकर भी यहां कितना उत्साह है और उसके क्या मायने हैं। स्टीवन स्मिथ की कप्तानी में इतना बड़ा भारत दौरा बहुत अहम है। पहले मैं इन मैचों को घर पर देख रहा था, लेकिन अब मैं इस सीरीज का हिस्सा हूं और इसे लेकर बहुत खुश हूं।
उन्होंने कहा, भारत दौरा ऐसा है जिसने पूरी टीम को एकसाथ ला दिया है। इस दौरे में एक या दो नहीं बल्कि अंतिम एकादश के हर खिलाड़ी की अहमियत है और उन्हें अपना योगदान देना है। यहां यदि हम जीतते हैं तो यह हमारी बड़ी जीत होगी। (वार्ता)