मेलबोर्न। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने पहले दिन का खेल समाप्त होने के समय तक भारत ने 2 विकेट खोकर 215 रन बना लिए थे। कप्तान विराट कोहली 47 और चेतेश्वर पुजारा 68 रन पर नाबाद हैं। पहला दिन बेहद घटना प्रधान रहा और 10 खास बातें इस प्रकार रहीं..
1. विराट कोहली ने सिक्का जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। मयंक अग्रवाल और हनुमा विहारी के रूप में नई सलामी जोड़ी ने अच्छी शुरुआत करते हुए स्कोर को 40 रन पर पहुंचाया। मयंक ने अपने डेब्यू टेस्ट में शानदार अर्द्धशतक (76) जड़ा। 1947 में आजादी के बाद मयंक पहले क्रिकेटर बने, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपने पदार्पण टेस्ट में अर्द्धशतक जड़ा हो।
2. मुरली विजय और केएल राहुल की फ्लॉप सलामी जोड़ी की जगह मैदान पर उतरी मयंक अग्रवाल और हनुमा विहारी की जोड़ी ने चौंकाया। हनुमा हमेशा मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हैं लेकिन उन्हें ओपनर उतारा, वह भी तब जबकि रोहित शर्मा के रूप में विराट के पास सलामी बल्लेबाज मौजूद था। हनुमा ने भले ही 8 रन बनाए हों लेकिन 66 गेंद खेलकर उन्होंने गेंद की चमक को फीका करने में अहम भूमिका निभाई।
3. मयंक को हनुमा विहारी के रूप में अच्छा जोड़ीदार मिला, जिन्होंने बेहद साहस और आत्मविश्वास के साथ ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण का सामना किया। हनुमा को एक गेंद भीषण तरीके हैलमेट पर भी लगी, जिसके कारण वह टूट गया। गेंद इतनी तेजी से आई थी कि भारतीय फीजियो को मैदान पर जाकर यह देखना पड़ा कि कहीं हनुमा के सिर में अंदरुनी चोट तो नहीं लग गई है। हनुमा जब 8 रन पर थे, तब पैट कमिंस की बाउंसर गेंद से बचने गए और गेंद ग्लब्स का स्पर्श करते हुए विकेटकीपर टिम पेन के दस्तानों में समा गई। भारत का पहला विकेट 40 रनों पर गिरा।
4. मैदान पर अपनी तकनीक और ऑफ स्टंप को कवर करके खेलने वाले मयंक अग्रवार ने शानदार बल्लेबाजी का मुजाहिरा किया। जब वे 76 के निजी स्कोर पर थे, तब पैट कमिंस का शिकार बन गए। इस तरह दिन के गिरे दोनों विकेट कमिंस की झोली में गए जबकि पर्थ टेस्ट में हीरो बनकर मैन ऑफ द मैच बने स्पिन गेंदबाज नाथन लियोन की सबसे ज्यादा कुटाई हुई। 21 ओवर में 59 रन देने वाले लियोन को एक भी विकेट नहीं मिला।
5. खेल के तीनों सत्रों में भारतीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर हावी रहे। पहले सत्र में भारत ने 57 रन बनाए और 1 विकेट खोया। दूसरे सत्र में 66 रन बनाए और 1 विकेट गंवाया। तीसरे सत्र में विराट और पुजारा की जोड़ी ने 92 रन बटोरे। तीसरे सत्र में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने काफी पसीना बहाया लेकिन वे भारतीय जोड़ी को तोड़ने में नाकाम रहे।
6 . पहले दिन दिन का खेल जब खत्म हो रहा था, तब कप्तान विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा मैदान पर जमे हुए थे। 87वें ओवर में मिशेल स्टार्क ने पूरे दिन का सबसे बेहतरीन मैडन ओवर डाला। इस ओवर में विकेटकीपर टिम पेन ने विराट कोहली का कैच टपकाया। ऑस्ट्रेलिया को यह कैच टपकाना भारी पड़ सकता है। हालांकि नाबाद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (68) का कैच भी तब टपकाया गया था, जब वे 33 रनों पर नाबाद थे।
7. पर्थ के विकेट की तुलना में मेलबोर्न का विकेट काफी धीमा है। गेंद टप्पा खाने के बाद आराम से बल्ले पर आ रही है लेकिन कुछ मौके ऐसे भी आए जब गेंद अनइनवन बाउंस लेकर बल्लेबाज ही नहीं विकेटकीपर टिम पेन को भी छका गई। ऐसी ही गेंद 87वें ओवर में स्टार्क ने डाली थी। खुद स्टार्क भी हैरत में थे कि गेंद को इतना अनचाहा बाउंस कैसे मिल गया।
8. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज स्लो पिच से मायूस नजर आए। उन्हें उम्मीद थी कि पर्थ की तरह यहां का विकेट भी तेज और उछालभरा होगा लेकिन पहले ही दिन इसका चरित्र उजागर हो गया।
9. भारत ने पिछले टेस्ट की टीम में अंतिम 11 में तीन बदलाव किए। मयंक अग्रवाल के अलावा रोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा को अंतिम एकादश में शामिल किया गया है जबकि मुरली विजय, केएल राहुल के अलावा उमेश यादव की छुट्टी की गई है। मयंक और हनुमा ने नींव तो मजबूत बना दी है। इसका फायदा मध्यक्रम के बल्लेबाजों को मिलेगा।
10. भारत ने पहले दिन भले ही 2 विकेट पर 215 रन बना लिए थे। टीम के लिए बेहतर स्थिति तब बनेगी, जब पहली पारी का स्कोर 450 या 475 तक पहुंचे। इस स्कोर को स्पर्श करने के बाद भारत ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बना सकता है।