क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच गुरुवार से जब शुरू होगा, तब पूरी क्रिकेट बिरादरी की रुचि इस बात पर होगी कि कप्तान विराट कोहली का टीम कॉम्बिनेशन कैसा है और उन्होंने पिछले टेस्ट मैच की हार से सबक लेकर क्या बदलाव किए हैं? असल में विराट एजबेस्टन टेस्ट में मिली पराजय से तिलमिलाए हुए हैं और इंग्लैंड के होश उड़ाने की पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरने जा रहे हैं।
ऐसा लगता है कि लॉर्ड्स में विराट 2 स्पिनर के साथ उतरने का पूरा मन बना चुके हैं। पिछले टेस्ट में उन्होंने चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को न लेकर बड़ी भूल की थी। इस बार उनका अंतिम एकादश में आर. अश्विन के साथ जोड़ी बनाना तय माना जा रहा है। टीम में सबसे बड़ा बदलाव सलामी जोड़ी को लेकर हो सकता है। यहां पर सबसे बड़ा सवाल ये है कि कुलदीप के लिए विराट किसे 'बलि का बकरा' बनाएंगे?
विराट को इसका अहसास है कि लॉर्ड्स के मैदान पर अश्विन के अलावा भारतीय स्पिन आक्रमण को कोई पैना कर सकता है तो वह नाम कुलदीप यादव का ही है। लंदन में इस वक्त सूरज का पारा सातवें आसमान पर है और पिच का मिजाज देखते हुए भारतीय कप्तान के लिए कुलदीप यादव 'तुरुप का इक्का' साबित हो सकते हैं। मौसम विभाग ने पहले दिन बादलों का डेरा और बाद के चार दिन आसमान खुला रहने की भविष्यवाणी से भारतीय स्पिनरों की बांछे मैच से पहले ही खिल गई हैं।
शिखर धवन लंबे समय से फ्लॉप चल रहे हैं। इंग्लैंड दौरे के पिछले 10 मैचों में उनके बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकला है। एजबेस्टन टेस्ट में भी वे भारत को अच्छी शुरुआत देने में नाकाम रहे थे। धवन का लॉर्ड्स टेस्ट में बाहर बैठना तय है और उनके स्थान पर कोहली चेतेश्वर पुजारा को मैदान में उतारेंगे।
पुजारा के टीम में शामिल होने के बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने की समस्या हल हो जाएगी क्योंकि ओपनिंग में मुरली विजय से साथ केएल राहुल अच्छी शुरुआत दिलवा सकते हैं। चौथे नंबर विराट और पांचवें नंबर अजिंक्य रहाणे मध्यक्रम को मजबूती देने के लिए काफी है।
पहले टेस्ट में तेज गेंदबाजों ईशांत शर्मा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी ने अपना काम बखूबी किया था जबकि स्पिन आक्रमण में अश्विन ने सामने अंग्रेज बल्लेबाज परेशान हुए थे। भारत पहला टेस्ट इसलिए हारा था क्योंकि बल्लेबाजी बुरी तरह फ्लॉप हुई थी। विराट को दोनों पारियों में विकेट पर खूंटा गाड़ना पड़ा वो इतना तो कर बैठे थे कि मैच के चौथे दिन भारत को जीत से 84 रन दूर रहने तक की स्थिति में ले आए थे।
एजबेस्टन टेस्ट की हार का एक प्रमुख कारण यह भी रहा कि इंग्लैंड के विध्वसंक आक्रमण के सामने भारतीय बल्लेबाजों का शॉट सिलेक्शन सही नहीं था और इसी कारण वे विकेट गंवाते चले गए। बहरहाल, लॉर्ड्स के मैदान पर स्थितियां बिलकुल उलट हैं। यदि पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत को 11 की बराबरी करनी है तो पहली शर्त यह है कि बल्लेबाजों को अपनी भूमिका के साथ न्याय करना होगा।
कप्तान विराट कोहली को भी यह बड़ा फैसला लेना होगा कि पिछली प्लेइंग इलेवन में से कौनसे खिलाड़ी को कुलदीप यादव के साथ रिप्लेस करें। यह नाम हार्दिक पांड्या का भी हो सकता है। दूसरे टेस्ट में यह प्लेइंग इलेवन बेहतर हो सकती है- मुरली विजय, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, दिनेश कार्तिक, आर. अश्विन, कुलदीप यादव, ईशांत शर्मा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी।