Last Updated :धर्मशाला , सोमवार, 27 मार्च 2017 (17:40 IST)
भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से चंद कदम दूर
धर्मशाला। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे क्रिकेट टेस्ट का तीसरा दिन सोमवार को बेहद ही रोमांचक रहा। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी को सस्ते में निपटाने के बाद 106 रन के आसान लक्ष्य का पीछा कर रही मेजबान टीम अब जीत से मात्र 87 रन दूर है जबकि उसके सभी 10 विकेट सुरक्षित हैं।
सीरीज के चौथे और निर्णायक टेस्ट के तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने अपनी दूसरी पारी में छह ओवर में बिना किसी विकेट नुकसान के 19 रन बना लिए हैं। बल्लेबाज लोकेश राहुल 18 गेंदों में तीन चौके लगाकर 13 रन और मुरली विजय 18 गेंदों में छह रन बनाकर क्रीज पर हैं। भारत को अब जीत के लिए 87 रन की और जरूरत है।
इससे पहले सुबह ऑस्ट्रेलिया ने भारत की पहली पारी को 118.1 ओवर में 332 रन पर समेट दिया था, जिससे भारत को 32 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल हुई जो बाद में काफी अहम साबित भी हुई।
लंच के बाद शुरू हुई ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी को फिर मेजबान टीम ने चायकाल के कुछ देर बाद 53.5 ओवर में 137 रन के मामूली स्कोर पर ढेर कर दिया। इसकी बदौलत ऑस्ट्रेलिया को मात्र 105 रन की बढ़त हासिल हुई और उसने भारत के सामने जीत के लिए 106 रन का आसान लक्ष्य रख दिया।
सुबह खेल की शुरुआत में भारत ने अपनी पहली पारी को कल के 248 रन पर छह विकेट से आगे बढ़ाया और निचले क्रम में जडेजा तथा साहा ने सातवें विकेट के लिए 96 रन की साझेदारी कर भारत को 300 के पार पहुंचाया तथा 32 रन की बढ़त भी दिला दी।
लंच के बाद ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी शुरू हुई लेकिन उसकी शुरुआत ही खराब रही और ऑस्ट्रेलिया ने चायकाल तक 92 रन पर अपने पांच विकेट गंवाए और चायकाल के कुछ देर बाद 31 रन के अंतर पर उसके बाकी के पांच विकेट भी गिर गए। वह मुश्किल से ही 105 रन की बढ़त ही हासिल कर सका और पूरी टीम 137 रन पर ढेर हो गयी। मेहमान टीम की दूसरी पारी में अकेले ग्लेन मैक्सवेल की 45 रन की पारी ही सर्वाधिक रही जबकि मैथ्यू वेड 25 रन पर नाबाद लौटे।
ऑस्ट्रेलियाई पारी को सस्ते में निपटाने का श्रेय भारतीय गेंदबाजों को जाता है, जिनमें स्पिनरों ने ही छह विकेट निकाले। लेफ्ट आर्म स्पिनर जडेजा ने 24 रन पर तीन विकेट और ऑफ स्पिनर अश्विन ने 29 रन पर तीन विकेट लिए। तेज गेंदबाज उमेश यादव ने 29 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। भुवनेश्वर कुमार ने 27 रन पर एक विकेट निकाला।
ऑस्ट्रेलिया के लिए भारत को पहली पारी में 32 रन की बढ़त देना भी अंतत: काफी महंगा पड़ गया और उसे दूसरी पारी में एक एक रन के लिए जूझना पड़ गया। मेहमान टीम की शुरुआत काफी खराब रही और इस सीरीज में लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे डेविड वॉर्नर यादव के हाथों चौथे ही ओवर में मात्र छह रन बनाकर पैवेलियन लौट गए। इसके बाद अन्य तेज गेंदबाज भुवनेश्वर ने कप्तान स्टीवन स्मिथ को बोल्ड कर दूसरा विकेट भी सस्ते में गिरा दिया।
स्मिथ 15 गेंदों में तीन चौके लगाकर 17 रन ही बना पाये। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान भुवनेश्वर की शॉर्ट बॉल पर आउट होने के साथ ही इस सीरीज में अपने 500 रन पूरे करने से मात्र एक रन भी दूर रह गये। इसी स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका सलामी बल्लेबाज मैट रेनशॉ (8) के रूप में लगा जब यादव ने उन्हें भी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के हाथों आउट करा दिया।
पीटर हैंड्सकोंब 18 रन बनाकर अश्विन की गेंद पर अजिंक्या रहाणे को कैच दे बैठे और आफ स्पिनर ने इस मैच में अपना दूसरा विकेट झटका। हैंड्सकोंब ने 46 गेंदों में तीन चौके लगाया। उन्होंने ग्लेन मैक्सवेल के साथ चौथे विकेट के लिये 56 रन की एकमात्र अहम अर्धशतकीय साझेदारी की। मैक्सवेल ने 60 गेंदों में छह चौके और एक छक्का लगाकर 45 रन बनाये जो दूसरी पारी में किसी बल्लेबाज का सर्वाधिक स्कोर रहा।
शॉन मार्श एक ही रन बनाकर जडेजा की गेंद पर चेतेश्वर पुजारा को कैच दे बैठे और भारत ने 92 रन पर आस्ट्रेलिया के पांच विकेट निकाल लिये। चाय के बाद मैक्सवेल अपने अर्धशतक को पूरा करने से मात्र पांच रन दूर रह गये और अश्विन ने उन्हें पगबाधा कर 106 रन पर मेहमान टीम को छटा झटका दे दिया।
ऑस्ट्रेलिया के लगातार विकेट गिरते रहे और उसके आखिरी तीनों बल्लेबाज स्टीव ओ कीफे, नाथन लियोन तथा जोश हेजलवुड सभी शून्य पर आउट होकर पैवेलियन लौटे। अश्विन ने हेजलवुड को पगबाधा कर ऑस्ट्रेलिया की पारी को 137 रन पर समेट दिया। मैथ्यू वेड 90 गेंदों में दो चौके लगाकर 25 रन पर नाबाद लौटे।
तीसरे दिन के रोमांचक मुकाबले में भारत ने बेहतरीन गेंदबाजी से पहले जबरदस्त बल्लेबाजी का हरफनमौला खेल दिखाया। सुबह की शुरुआत भारत ने अपने कल के 248 रन पर छह विकेट से आगे की थी और सुबह के सत्र में उसने अपने स्कोर में 84 रन का इजाफा किया और लंच तक उसकी पहली पारी 118.1 ओवर में 332 के स्कोर पर सिमटी, जिससे उसे 32 रन की बढ़त मिली। (वार्ता)