दुबई:अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के कार्यकारी बोर्ड (ईबी) ने 2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक खेलों में स्केटबोर्डिंग, स्पोर्ट क्लिम्बिंग और सर्फिंग सहित 28 खेलों को शामिल करने का प्रस्ताव दिया है, जिनमें क्रिकेट शामिल नहीं है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने हालांकि कहा है कि वह इससे परेशान नहीं है, क्योंकि अभी समय है।
आईसीसी के एक निदेशक ने शुक्रवार को क्रिकबज को बताया कि क्रिकेट के ओलंपिक में शामिल होने के लिए अभी काफी समय है। वहीं आईसीसी के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि उनकी ओलंपिक महत्वाकांक्षाएं नहीं बदली है। हम ठीक वहीं खड़े हैं जो हमने उम्मीद की है।
इस बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सदस्य ने कहा कि यह जिम्मेदारी आईसीसी की है। अधिकारी ने कहा, “ हम आईसीसी के कहने पर ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए तैयार हुए हैं। जिम्मेदारी उन पर है। ”
उल्लेखनीय है कि क्रिकेट के ओलंपिक मान्यता प्राप्त करने की उम्मीदों को तब बल मिला था, जब बीसीसीआई ने औपचारिक रूप से इस साल अप्रैल में ओलंपिक खेलों में भाग लेने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया था। समझा जाता है कि भारत के दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट बाजार होने के कारण इसमें बीसीसीआई की सहमति बहुत जरूरी थी।
उधर आईसीसी के सूत्रों का कहना है कि क्रिकेट कभी भी एलए 2028 की प्रारंभिक सूची में नहीं होगा। इसकी उम्मीद मेजबान शहर यानी लॉस एंजेलिस के प्रस्ताव से है। प्रारंभिक खेल सूची केवल उन खेलों के लिए है जिनकी पहले से ही बात चल रही है। अतिरिक्त खेलों को चुनने के लिए मेजबान शहर की प्रक्रिया अगले साल शुरू होगी। इस प्रक्रिया से जुड़े हुए एक सूत्र ने बताया कि यह पूरी तरह से अपेक्षित था।"
आईसीसी की ओलंपिक योजनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे एक अधिकारी ने इस बारे में विस्तार से बताया है। उनके मुताबिक यह दो चरणों वाली प्रक्रिया है। यह पहला चरण है और बाद वाला तभी आएगा, जब एलए 2028 खेल का प्रस्ताव देगा। क्रिकेट शायद 2023 तक हमेशा दूसरे चरण का हिस्सा था, इसलिए अभी इसके बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है।
वहीं नौ दिसंबर की बैठक, जब प्रारंभिक सूची को अंतिम रूप दिया गया था, के बाद आईओसी का बयान आईसीसी की उम्मीदों के अनुरूप लग रहा था। आईओसी ने अपने बयान में एलए 2028 के लिए 2023 में अतिरिक्त खेलों के प्रस्ताव की संभावना के लिए एक प्रावधान रखने की बात कही थी।
कनाडा के एक आईसीसी पर्यवेक्षक ने हालांकि कहा है कि एलए 2028 में जगह बनाना क्रिकेट के लिए आसान नहीं होगा। उन्हाेंने कहा, “ आईसीसी ने एक चेयरमैन के विवाद पर कीमती समय बर्बाद किया और फिर दिसंबर 2020 में एक उप-समिति के गठन के बावजूद इसने औपचारिक रूप से चार महीने पहले तक भी काम शुरू नहीं किया। आईसीसी 2023 में एलए 2028 के लिए खेलों की अंतिम सूची को लेकर केवल अपनी उम्मीदें लगा सकता है। अन्य खेलों के ऊपर क्रिकेट के लिए रास्ता बनने की उम्मीद नहीं की जा सकती।
उल्लेखनीय है कि आईसीसी के चेयरमैन ग्रेग बार्कले आईसीसी की ओलंपिक समिति की अध्यक्षता कर रहे हैं, जिसमें स्वतंत्र निदेशक इंदिरा नूयी, जिम्बाब्वे के तवेंगवा मुकुहलानी, मलेशिया के महिंदा वल्लीपुरम और अमेरिका के पराग मराठे सदस्य के तौर पर शामिल हैं।
(वार्ता)