अंपायरों की नज़र से बच गए थे बैनक्रॉफ्ट, लेकिन इस तरह पकड़ा गई 'बॉल टेंपरिंग'
दक्षिण अफ्रीका में अॅस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए टेस्ट केपटाउन टेस्ट में जो हुआ, वह क्रिकेट जगत के लिए एक सदमा है। आईसीसी ने बॉल टेंपरिंग मामले में ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और कैमरन बैनक्रॉफ्ट को दोषी पाया है।
बॉल टैम्परिंग की इस हरकत को अंपायरों की नज़र से तो बचा लिया था, लेकिन कैमरे की नज़र में आने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम की पूरी पोल पट्टी खुल गई।
मैच के दौरान कैमरन बेनक्रॉफ्ट को जेब से किसी चीज़ को निकालते हुए देखा गया था, जिसके बाद अंपायरों को उन पर शक हुआ और उन्होंने बेनक्रॉफ्ट से पूछताछ की। बेनक्रॉफ्ट ने अंपायरों को जेब से निकालकर पाउच दिखाया, जो चश्मे के पैकेट जैसा दिख रहा था।
अंपायरों को यह मामूली चीज़ लगी और उन्होंने जारी रखा गया। कुछ देर बाद स्टेडियम में लगे बड़े स्क्रीन पर बेनक्रॉफ्ट का वह वीडियो दिखाया गया, जिसमें वे टैम्परिंग कर रहे थे। इसके बाद स्टेडियम में हंगामा शुरू हो गया।
कैमरे ने बेनक्रॉफ्ट की यह हरकत पकड़ ली और सार्वजनिक कर दी। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम के पास छुपाने को कुछ नहीं था। इस पूरे मामले को उजागर करने में कैमरामैन की बड़ी भूमिका रही। उनकी तारीफ सोशल मीडिया पर हो रही है। वीरेंद्र सहवाग ने भी ट्वीट कर उनकी काफी तारीफ की। सहवाग ने लिखा, 'ग़ौर से देखिए इस शख्स को. ऑस्कर- द कैमरामैन। इनके कैमरा से बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।'