वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे में अक्षर पटेल ने रविंद्र जड़ेजा की कमी नहीं खलने दी। अक्षर पटेल ने पहले गेंद से 40 रन देकर 1 विकेट लिया। फिर बल्लेबाजी में तो कमाल ही करके टीम को जीत दिलाई वह भी अंतिम ओवर में छक्का मारकर।
गौरतलब है कि इस सीरीज में रविंद्र जड़ेजा पहले वनडे से ही टीम इंडिया के लिए उपलब्ध नहीं थे। उनको घुटने में चोट लग गई थी। दूसरी दर्जे की टीम लेकर कैरिबियाई दौरे पर गई टीम इंडिया के लिए यह बुरी खबर ही थी। लेकिन कल अक्षर पटेल ने रविंद्र जड़ेजा की कमी नहीं खलने दी।
अक्षर पटेल ने 35 गेंदो में 64 रन बनाकर ना केवल दूसरा वनडे जिताया बल्कि सीरीज भी भारत के कब्जे में करवा दी। इस पारी से टीम मैनेजमैंट को भी राहत मिली। अब वह जड़ेजा को एक और वनडे में आराम देने की स्थिति मैं है।
पहले वनडे की शुरुआत में ही बोर्ड ने ट्वीट कर यह बात साफ की थी की रविंद्र जड़ेजा तीसरे वनडे में उस स्थिति में ही अंतिम ग्यारह में शामिल होंगे जब उनकी फिटनेस सही होगी। अगर दूसरा वनडे भारत हार जाता तो शायद उनको तीसरा वनडे खिलाना पड़ता।
अक्षर पटेल और रविंद्र जड़ेजा में काफी सामनताए हैं, इस कारण ही उनको जड़ेजा की जगह मौका दिया गया था। पटेल भी जड़ेजा की तरह बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज है, और गुजरात के खिलाड़ी है।
हालांकि उनके इस प्रदर्शन से जड़ेजा के विश्व टी-20 की संभावनाएं कम नहीं होगी क्योंकि वह एक बड़ा नाम है।। हालांकि अगर अक्षर पटेल आगे भी ऐसी ही पारियां खेलते रहे तो वह जरूर रविंद्र जड़ेजा की जगह टीम में ले सकते हैं।
हारा हुआ मैच जिताया अक्षर नेवेस्ट इंडीज़ ने रविवार को क्वीन्स पार्क ओवल में खेले गये मैच में भारत के सामने 50 ओवर में 312 रन का लक्ष्य रखा था, जिसे भारत ने दो गेंद रहते हासिल कर लिया। भारत ने 44.1 ओवर में दीपक हुड्डा के रूप में आखिरी बल्लेबाज़ का विकेट गंवा दिया था, और उसे 35 गेंदों में 56 रन की ज़रूरत थी। एक समय पर ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम यह मैच हार जाएगी, लेकिन अक्षर पटेल उर्फ बापू ने 35 गेंदों पर 182.86 के स्ट्राइक रेट से 64 रन बनाकर भारत को जीत दिलायी। अक्षर ने अपनी पारी में तीन चौके और पांच छक्के जड़े।
जब भारत 312 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो पहले मैच में 97 रन बनाने वाले कप्तान शिखर धवन 31 गेंदों पर 13 रन की असहज पारी खेलकर पवेलियन लौट गये। सलामी बल्लेबाज़ शुभमन गिल ने 43(49) रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। सूर्यकुमार यादव (9) एक बार फिर असफल रहे लेकिन अय्यर और सैमसन ने चौथे विकेट के लिये 99 रन की साझेदारी कर मैच में भारत की स्थिति मज़बूत की।
आउट होने से पहले अय्यर ने 71 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 63 रन बनाये। सैमसन दुर्भाग्यशाली रहे और 51 गेंदों पर तीन चौकों और तीन छक्कों की मदद से 54 रन बनाने के बाद रन आउट होकर पवेलियन लौट गये। दीपक हुड्डा ने 33 रन बनाने के लिये 36 गेंदें खेलीं, लेकिन वह एक बार फिर अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील करने में असफल रहे। 44 ओवर में सभी पेशेवर बल्लेबाज़ों के आउट होने के बाद भारत पर संकट मंडरा रहा था, जहां अक्षर ने संकटमोचक की भूमिका निभायी और मैच को दो गेंदें रहते ही समाप्त कर दिया।
डेब्यूटांट आवेश ने भी 12 गेंदों पर 10 रन बनाने के दौरान दो चौके लगाये जिससे अक्षर का दबाव कम हुआ। कैरिबियाई टीम की ओर से अलज़ारी जोसेफ़ और काइल मेयर्स ने दो-दो विकेट लिये जबकि जेडेन सील्स, रोमारियो शेफर्ड और अकील हुसैन को एक-एक विकेट प्राप्त हुआ। बल्ले से 65 रन और गेंद से एक विकेट का योगदान देने के लिये अक्षर को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
शाई होप का शतक किया बेकार
इससे पहले, वेस्ट इंडीज़ ने शाई होप (115) के शतक और निकोलस पूरन (74) के अर्द्धशतक की बदौलत भारत के सामने 50 ओवर में 312 रन का लक्ष्य रखा था।टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए सलामी बल्लेबाज़ होप और काइल मेयर्स ने वेस्ट इंडीज़ को ठोस शुरुआत दी और पहले विकेट के लिये 65 रन जोड़े। होप ने एक छोर संयम के साथ संभाला, जबकि मेयर्स ने तेज़ खेलते हुए 23 गेंदों पर छह चौकों और एक छक्के की मदद से 39 रन बनाये। मेयर्स के आउट होने के बाद क्रीज़ पर आये शमारह ब्रूक्स ने 35(36) रन की पारी खेली। अक्षर पटेल ने ब्रूक्स को और युज़वेंद्र चहल ने ब्रेंडन किंग (0) को पवेलियन लौटाकर भारत को क्षणिक राहत दिलायी, मगर इसके बाद क्रीज़ पर आये कप्तान निकोलस पूरन ने होप के साथ 117 रन की साझेदारी कर भारत को पुनः दबाव में डाल दिया।
पूरन ने 77 गेंदों की अपनी पारी में एक चौका और छह छक्के लगाकर 74 रन बनाये। शार्दुल ठाकुर ने पूरन को आउट कर शतकीय साझेदारी को तोड़ा। साथ ही उन्होंने विस्फोटक बल्लेबाज़ रोवमैन पॉवेल (13) को भी हाथ खोलने से पहले ही पवेलियन लौटा दिया।
पहली पारी में वेस्ट इंडीज़ के हीरो रहे शतकवीर होप जिन्होंने ठाकुर की गेंद पर आउट होने से पहले 135 गेंदों पर 115 रन बनाये। वह मैच के 49वें ओवर तक एंकर का किरदार निभाते रहे जिसकी बदौलत वेस्ट इंडीज भारत के सामने यह विशाल स्कोर खड़ा कर सकी।
भारत की ओर से शार्दुल ठाकुर ने सात ओवर में 54 रन देकर सर्वाधिक तीन विकेट लिये, जबकि दीपक हुड्डा (नौ ओवर, 42 रन), अक्षर पटेल (नौ ओवर, 40 रन) और युज़वेंद्र चहल (नौ ओवर, 69 रन) को एक-एक विकेट हासिल हुआ। अक्षर ने एक मेडन ओवर भी डाला। मोहम्मद सिराज को कोई विकेट नहीं मिला, हालांकि उन्होंने किफायती गेंदबाज़ी करते हुए 10 ओवर में एक मेडेन के साथ 47 रन दिये। अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय में अपना पदार्पण कर रहे आवेश खान महंगे साबित हुए और उन्होंने छह ओवर में 54 रन दिये।