ऑलराउंडरों ने जिताया मैच, वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया ने सीखे यह 3 बड़े सबक
वेलिंगटन। अंबाती रायुडु की विषम परिस्थितियों में खेली गई जबरदस्त पारी और हार्दिक पांड्या, विजय शंकर और केदार जाधव के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत भारत ने 5वें और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रविवार को यहां न्यूजीलैंड को 35 रन से शिकस्त देकर 5 मैचों की श्रृंखला 4-1 से जीती। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने खुद 3 बड़े सबक सीखे।
ऑलराउंडरों का होना जरूरी : इस मैच में जब अंबाती रायुडु को मैदान पर पहले विजय शंकर और फिर केदार जाधव का साथ मिला। इन दोनों के साथ की गईं बड़ी साझेदारियों ने अन्य बल्लेबाजों पर से दबाव हटा दिया। आखिरी ओवरों में हार्दिक पांड्या ने जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए मात्र 22 गेंदों में 5 छक्कों की मदद से 45 रन ठोंक डाले। बाद में गेंदबाजी में हाथ दिखाते हुए पांड्या ने 2 विकेट हासिल किए जबकि केदार जाधव ने भी 1 महत्वपूर्ण विकेट हासिल किया। विजय शंकर को भले ही कोई विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने बेहद किफायती गेंदबाजी की।
क्यों जरूरी है नंबर 4 पर मजबूत बल्लेबाज? : इस मैच में नंबर 4 पर आए अंबाती रायुडु ने 90 रनों की बेहतरीन पारी खेलकर टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। अगर यहां रायुडु नहीं टिक पाते तो इस मैच में भी टीम का हाल पिछले मैच की तरह ही होता। हो सकता था कि टीम इंडिया इस मैच में भी 3 अंकों तक नहीं पहुंच पाती।
धोनी और कोहली समेत किसी भी एक बल्लेबाज पर ही निर्भर नहीं है टीम इंडिया : इस जीत ने भारतीय बल्लेबाजों के आत्मविश्वास को निश्चित तौर पर बढ़ा दिया। पिछले मैच में बल्लेबाजों की विफलता के पीछे एक वजह विराट कोहली और धोनी की अनुपस्थिति को माना जा रहा था। इस मैच में रोहित शर्मा, शिखर धवन और शुभमन गिल के आउट होने के बाद भी टीम इंडिया ने मजबूत स्कोर खड़ा किया। इससे एक बात साफ हो जाती है कि भारतीय टीम अब किसी भी एक बल्लेबाज पर निर्भर नहीं है।