लखीमपुर का आक्रोश : BJP विधायक को दिखाए काले झंडे, उलटे पैर वापस लौटे
मेरठ। 3 कृषि कानूनों के विरोध में 10 माह से किसान आन्दोलन चल रहा है, किसानों का आक्रोश उत्तर प्रदेश के जनप्रतिनिधियों को झेलना पड़ रहा है। कुछ दिन पहले मुजफ्फरनगर में किसानों ने मंत्री और जनप्रतिनिधियों का गांव में प्रवेश रोक दिया था। वहीं रही-सही कसर लखीमपुर खीरी में भाजपा के गृह राज्यमंत्री के बेटे ने किसानों को गाड़ी से रौंदकर कर दी, जिसके चलते किसान नेता एक पल भी बर्दाश्त करने के लिए तैयार नहीं हैं।
मेरठ में किठौर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सत्यवीर त्यागी को आज किसानों का कोप झेलना पड़ा। विधायक सत्यवीर त्यागी को दौड़ प्रतियोगिता का उद्घाटन करना था, इसके लिए वह अपनी विधानसभा के गांव पसवाड़ा पहुंचे। इस दौरान गांव में विधायक का किसानों ने नारेबाजी करते हुए काले झंडे दिखाकर विरोध किया।
विधायक के गांव में घुसते ही किसानों ने पांच गाड़ी के काफिले को काले झंडे दिखाते हुए किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगा दिए। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए विधायक दौड़ प्रतियोगिता के प्रस्तावित स्थल तक उद्घाटन करने नहीं पहुंच सके, अपितु रास्ते ही ही प्रतीकात्मक उद्घाटन किया और वापस लौट गए।
किठौर विधानसभा क्षेत्र का पसवाड़ा गांव जाट बाहुल्य है। इसी गांव में आज एक दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन था, जिसमें बतौर मुख्यातिथि विधायक सत्यवीर त्यागी को कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए फीता काटना था। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विधायक सत्यवीर त्यागी अपनी 5 गाड़ियों के काफिले के साथ गांव में एंटर हुए तो ग्रामीणों ने काले झंडे दिखाते हुए उनका विरोध शुरू कर दिया।
ग्रामीणों ने विधायक की गाड़ी को घेरते हुए भाजपा मुर्दाबाद के लगाने के साथ ही आगामी चुनाव में सबक सिखाने की बात कही। इतना ही नहीं उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के सुप्रीमो जयंत चौधरी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए भाजपा नेता गो बैक-गो बैक कहना शुरू कर दिया। नारों और काले झंडों के मध्य विधायक का काफिला आगे बढ़ा, तो ग्रामीण भी उसके पीछे-पीछे नारेबाजी करते हुए दौड़ लिए।
पसवाड़ा गांव के लोगों का कहना है कि इस गांव में किसान रहते हैं, जो अन्नदाता है, यहां भाजपाइयों के लिए जगह नहीं है। ग्रमीणों का आक्रोश बढ़ता देखकर विधायक सतवीर गाड़ी से नीचे नहीं उतरे, बल्कि रास्ते से ही प्रतीकात्मक दौड़ का उद्घाटन कर दिया। किठौर विधायक का कहना है कि पसवाड़ा में भाजपा के एक कार्यकर्ता ने कार्यक्रम रखा था, मैं भी उसमें शामिल होने जा रहा था, तभी कुछ युवकों ने मेरे व साथियों के साथ अभद्र व्यवहार किया है, जो निंदनीय है।