IPL 11 : कोहली-डिविलियर्स का कमाल, बेंगलूर ने दिल्ली को पांच विकेट से हराया
नई दिल्ली। दुनिया के 2 सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों विराट कोहली और एबी डिविलियर्स की रोमांचक अर्द्धशतकीय पारियों से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने शनिवार को यहां दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ अपना दबदबा कायम रखकर 5 विकेट की जीत से आईपीएल-11 के प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी धुंधली उम्मीदों को बरकरार रखा। कोहली ने अपने घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला मैदान पर 40 गेंदों पर 70 रन बनाए जिसमें 7 चौके और 3 छक्के शामिल हैं। डिविलियर्स ने 37 गेंदों पर 4 चौकों और 6 छक्कों की मदद से नाबाद 72 रन बनाए। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 118 रन जोड़े। बेंगलुरु ने 19 ओवरों में 5 विकेट पर 187 रन बनाकर जीत दर्ज की।
दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर 4 विकेट पर 181 रन बनाए थे। उसकी तरफ से ऋषभ पंत (34 गेंदों पर 61 रन) और कप्तान श्रेयस अय्यर (35 गेंदों पर 32 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 62 गेंदों पर 93 रन जोड़कर अपनी टीम को शुरुआती झटकों से उबारा। 17 वर्षीय अभिषेक ने 19 गेंदों पर 3 चौकों और 4 छक्कों की मदद से नाबाद 46 रन बनाए और विजय शंकर (19 गेंदों पर नाबाद 20 रन) के साथ 5वें विकेट के लिए 61 रन की अटूट साझेदारी की।
दिल्ली प्लेऑफ की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुकी है। उसकी यह 12 मैचों में 9वीं हार है। बेंगलुरु ने 11वें मैच में चौथी जीत दर्ज की। उसके अब 8 अंक हो गए हैं और अगर-मगर के जरिए उसकी प्लेऑफ में पहुंचने की संभावना बनी हुई है। बेंगलुरु की दिल्ली पर 2016 से लेकर यह लगातार 5वीं जीत है। दिल्ली की तरह बेंगलुरु के भी दोनों सलामी बल्लेबाज तीसरे ओवर तक पैवेलियन में विराजमान थे। नेपाल के पहले आईपीएल क्रिकेटर बने लेग स्पिनर संदीप लेमिचाने ने दिल्ली की तरफ से गेंदबाजी की शुरुआत की और अपनी विविधताभरी गेंदबाजी से काफी प्रभाव छोड़ा। उन्होंने 4 ओवरों में 25 रन देकर पार्थिव पटेल (6) के रूप में अपना पहला टी-20 विकेट भी लिया। इससे पहले ट्रेंट बोल्ट ने मोईन अली (1) को आउट किया था।
कोहली दिल्ली के अपने प्रशंसकों को पूरा आनंदित करने के मूड में आए थे। दर्शकों का भी उन्हें भरपूर समर्थन मिल रहा था। यहां तक कि बीच में उनका एक प्रशंसक सुरक्षा घेरा तोड़कर मैदान पर उनका आशीर्वाद लेने भी पहुंच गया था। आईपीएल में पदार्पण कर रहे जूनियर डाला का स्वागत उन्होंने 2 चौकों और छक्के से किया और फिर बोल्ट पर भी लंबा शॉट खेला। डिविलियर्स अपने सदाबहार अंदाज में खेल रहे थे जिससे खचाखच भरे फिरोजशाह कोटला में दर्शकों को दुनिया के 2 सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों की रोमांचक बल्लेबाजी देखने को मिल रही थी। कोहली तो 26 गेंदों पर ही पचासा पूरा कर गए थे। इसके बाद भी उन्होंने आकर्षक बल्लेबाजी जारी रखी।
डिविलियर्स ने हर्षल पटेल पर लांग ऑन पर छक्का जड़कर 28 गेंदों पर अपना अर्द्धशतक पूरा किया। इसी गेंदबाज के पिछले ओवर में विकेटकीपर के सिर के ऊपर से लगाया गया उनका चौका और लेमिचाने पर हवा में लहराते छक्के को दर्शकों ने करतल ध्वनि के साथ सराहा। अमित मिश्रा ने आखिर में कोहली को विकेट के पीछे कैच कराकर साझेदारी तोड़ी। बोल्ट ने मनदीप सिंह (13) को बोल्ड करके अपना दूसरा विकेट लिया। सरफराज खान (11) आउट होने वाले अगले बल्लेबाज थे। डिविलियर्स टीम को जीत दिलाकर ही वापस लौटे। उन्होंने बोल्ट पर 2 छक्के जड़े जिनमें विजयी छक्का भी शामिल है। इससे पहले डेयरडेविल्स ने पहले 3 ओवरों में ही दोनों सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (2) और जैसन राय (12) के विकेट गंवा दिए। इन दोनों को गेंदबाजी का आगाज करने वाले लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (28 रन देकर 2 विकेट) ने पैवेलियन की राह दिखाई।
पंत ने पहले परिस्थितियों को परखा और फिर सनराइजर्स हैदराबाद के खेली गई अपनी रिकॉर्ड शतकीय पारी को ही आगे बढ़ाया। दिल्ली ने पॉवरप्ले तक 2 विकेट पर 44 रन बनाए थे। इसके बाद पंत ने समय की नजाकत को भांपते हुए मोहम्मद सिराज पर मिडविकेट और लांग ऑफ पर 2 दर्शनीय छक्के लगाए। पंत पूरे प्रवाह में थे जबकि अय्यर पर रन बनाने का दबाव था। कोहली ने पंत के तेवरों को देखकर मोईन और चहल को दोनों छोर से गेंद सौंप दी।
पंत ने दोनों को अपने अंदाज में सबक सिखाकर 27 गेंदों पर 4 चौकों और 4 छक्कों की मदद से अपना अर्द्धशतक पूरा किया लेकिन मोईन की 1 गेंद पर खेला गया उनका स्लॉग शॉट डिविलियर्स ने लंबी दौड़ लगाकर उसे कैच में बदल दिया। डिविलियर्स ने इससे पहले अय्यर का कैच छोड़ा था, जब वे 20 रन पर खेल रहे थे। वे इसके बाद भी अपेक्षित तेजी से नहीं खेल पाए और जब पंत के आउट होने के बाद उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई थी तब वे पैवेलियन लौटे। अभिषेक ने हालांकि डेथ ओवरों में पंत की कमी नहीं खलने दी। अंडर-19 विश्व कप के सितारे अभिषेक ने अनुभवी टिम साउथी के 1 ओवर में 2 छक्कों की मदद से 22 रन बटोरे लेकिन सिराज पर अपर कट से लगाया गया उनका छक्का इसका सबूत था कि वे तकनीकी तौर पर भी कुशल बल्लेबाज हैं। (भाषा)