कोलकाता। कोलकाता नाइटराइडर्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच मंगलवार को ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स मैदान पर होने वाला आईपीएल मैच प्लेऑफ की आखिरी उम्मीद से जुड़ा होगा, जहां दोनों टीमें अपना शत-प्रतिशत प्रदर्शन कर हर हाल में जीत के लिए उतरेंगी।
आईपीएल-11 का सत्र अब अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है, जहां सनराइजर्स हैदराबाद और चेन्नई सुपरकिंग्स ने पहले 2 स्थानों पर अपनी जगह सुनिश्चित कर ली है जबकि तीसरे स्थान पर फिलहाल किंग्स इलेवन पंजाब की टीम मजबूत दिख रही है। ऐसे में सबसे रोमांचक जंग हमेशा की तरह इस बार भी चौथे पायदान को लेकर शुरू हो गई है, जहां राजस्थान और कोलकाता के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है।
राजस्थान की टीम अभी तालिका में 12 मैचों में 12 अंकों के साथ 5वें नंबर पर है जबकि कोलकाता की टीम इतने समान अंकों के साथ बेहतर रन रेट की बदौलत चौथे पायदान पर है। दोनों ही टीमों की फिलहाल प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदें बनी हुई हैं लेकिन यदि वे अगला मैच हारती हैं, तो उनका टूर्नामेंट में सफर समाप्त हो जाएगा।
केकेआर को गत सप्ताह घरेलू ईडन गार्डन्स मैदान पर मुंबई के हाथों 102 रनों की बड़ी हार झेलनी पड़ी थी, लेकिन फिर पंजाब के खिलाफ उसने 31 रनों से मैच जीतकर चौथे पायदान पर जगह बना ली। कोलकाता ने इस मैच में 245 रनों का बड़ा स्कोर बनाया, जो आईपीएल-2018 में किसी टीम का सर्वाधिक स्कोर था और इसकी बदौलत उसका रन रेट भी बेहतर हुआ। हालांकि उसे अपने चौथे पायदान पर बने रहकर प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए बाकी मैचों को जीतना जरूरी हो गया है।
वर्ष 2008 में आईपीएल के पहले संस्करण में विजेता रहीं राजस्थान ने रविवार को अपने पिछले मैच में मुंबई को उसी के घर में 7 विकेट से हराकर टूर्नामेंट में अपनी उम्मीदें कायम रखी हैं। दोनों ही टीमों के लिए अब यह मैच बहुत अहम हो गया है। केकेआर मैच में घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश करेगी और साथ ही ईडन गार्डन्स में पिछली हार की कड़वाहट को भी दूर करना चाहेगी।
कोलकाता की मुंबई के हाथों 102 रनों की हार के बाद टीम के सह मालिक शाहरुख खान ने भी अपनी टीम की काफी निंदा की थी और ट्विटर पर प्रशंसकों से खराब प्रदर्शन के लिए माफी मांगी थी। ऐसे में केकेआर इस बार 'करो या मरो' के मैच में हर हाल में जीत की कोशिश करेगी, वहीं पंजाब के खिलाफ उसकी जीत ने खिलाड़ियों के हौसले भी बढ़ा दिए हैं और टीम घर में पूरे आत्मविश्वास के साथ उतरेगी।
पंजाब के खिलाफ मैच में कैरेबियाई खिलाड़ी सुनील नारायण की 36 गेंदों में धुआंधार 75 रनों की पारी और कप्तान दिनेश कार्तिक की 50 रन की अर्द्धशतकीय पारियों की बदौलत टीम ने बड़ा स्कोर खड़ा किया था। केकेआर के पास आंद्रे रसेल, रॉबिन उथप्पा, नीतीश राणा के रूप में भी कई अच्छे बल्लेबाज हैं तो गेंदबाजी संयोजन में वह सुनील, प्रसिद्ध कृष्णा, कुलदीप यादव, पीयूष चावला पर निर्भर है।
वहीं मुंबई पर जीत से उत्साहित अजिंक्य रहाणे की टीम राजस्थान के पास, जोस बटलर जैसा बेहतरीन बल्लेबाज है, जो टूर्नामेंट में निरंतर टीम के लिए अच्छा खेल रहे हैं और हर मैच में उसकी जीत में उनकी भूमिका रहती है। बटलर टूर्नामेंट में 5 अर्द्धशतक बनाकर 509 रनों के साथ टीम के शीर्ष स्कोरर हैं। इसके अलावा संजू सैमसन और रहाणे भी बल्लेबाजी क्रम में अहम हैं।
टीम के पास गेंदबाजों में कैरेबियाई, जोफरा आर्चर प्रमुख हैं जिन्होंने 7 मैचों में ही टीम के लिए सर्वाधिक 13 विकेट लेकर खुद को अहम साबित कर दिया है। जयदेव उनादकट, के. गौतम और बेन स्टोक्स पर भी केकेआर को रोकने की जिम्मेदारी रहेगी। लेकिन साथ ही गेंदबाजों को किफायती खेल पर ध्यान देना होगा। (वार्ता)