हैदराबाद। इंडियन प्रीमियर लीग में अपना पहला ही मुकाबला एकतरफा अंदाज में 10 विकेट से गंवाने के बाद गुजरात लॉयंस काफी दबाव में आ चुकी है और रविवार को अपने अगले मुकाबले में मेजबान और गत चैंपियन सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ वापसी का प्रयास करेगी।
आईपीएल में अपना दूसरा संस्करण खेल रही सुरेश रैना की कप्तानी वाली गुजरात को कोलकाता नाइटराइडर्स के हाथों अपने ही घरेलू मैदान राजकोट में 10 विकेट से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। इस हार से निश्चित ही उसका हौसला काफी कमजोर हुआ है जबकि उसके सामने अब अगली चुनौती गत चैंपियन हैदराबाद की है जिसने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से लीग के 10वें संस्करण का उद्घाटन मैच 35 रनों से जीता था।
डेविड वॉर्नर की कप्तानी वाली हैदराबाद की टीम यह मैच भी अपने घरेलू उप्पल स्टेडियम में खेलने उतरेगी और अपार समर्थन के साथ उसकी पूरी कोशिश लय को कायम रखने की रहेगी। फिलहाल हैदराबाद हर लिहाज से गुजरात के लॉयंस को पानी पिलाने की स्थिति में दिखाई दे रही है।
टीम के पास ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ बल्लेबाज वॉर्नर के अलावा बल्लेबाजी क्रम में टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कमाल की फॉर्म में खेल रहे ऑलराउंडर युवराज सिंह तथा मोएसिस हैनरिक्स जैसे खिलाड़ी हैं। इस प्रारूप में कमाल के खिलाड़ी युवी अपनी बेहतरीन फॉर्म में दिखाई दे रहे हैं और बेंगलुरु के खिलाफ उन्होंने मात्र 27 गेंदों में 62 रन की धुआंधार पारी खेली थी, जो आईपीएल में उनका सबसे तेज अर्द्धशतक भी रहा।
हैदराबाद को मनोवैज्ञानिक रूप से भी गुजरात के खिलाफ इस मैच में फायदा मिल सकता है। मेजबान टीम ने पिछले मैच में 200 से अधिक का स्कोर बनाया था तो उसके गेंदबाजों ने भी अपने बेहतरीन प्रदर्शन से इस स्कोर का बचाव किया और विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को बड़े स्कोर से रोके रखा।
गत चैंपियन टीम के पास अनुभवी तेज गेंदबाज आशीष नेहरा, युवा तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार हैं तो पहली बार आईपीएल में खेल रहे अफगानिस्तान के स्पिनर राशिद खान भी हैं। पिछले मैच में तीनों ही गेंदबाजों ने 2-2 विकेट हासिल किए थे।
37 वर्षीय नेहरा जैसे खिलाड़ी की मौजूदगी टीम की न सिर्फ गेंदबाजी क्रम को मजबूती देती है बल्कि वे टीम में अब एक मेंटर की तरह भी हैं, जो बाकी खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करते हैं वहीं दूसरी ओर केकेआर के खिलाफ गुजरात ने जिस तरह 183 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाने के बाद भी मैच गंवा दिया उससे साफ है कि उसका गेंदबाजी क्रम कितना कमजोर है।
कोलकाता के खिलाफ गुजरात के सभी गेंदबाज पानी भरते नजर आए और काफी महंगे साबित हुए। मध्यम तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी ने मात्र 2.5 ओवर में 42 रन लुटा दिए तो शिविल कौशिक ने 40 रन लुटाए, वहीं अनुभवी कैरेबियाई खिलाड़ी ड्वेन स्मिथ 1 ओवर में 23 रन लुटा बैठे और केकेआर ने 14.5 ओवर में ही बिना किसी भी विकेट को गंवाए मैच जीत लिया।
गुजरात के लिए अपनी पिछली गलतियों में सुधार की काफी जरूरत है जिसमें उसके गेंदबाजों के लिए मुख्य रूप से खेल के स्तर को सुधारना होगा, हालांकि टीम का बल्लेबाजी क्रम काफी अच्छा है जिसमें आईपीएल के सबसे निरंतर और सफल खिलाड़ी तथा कप्तान रैना ने एक बार फिर अपनी अहमियत साबित की और नाबाद 68 रन बनाए।
लेकिन भारतीय टीम से बाहर चल रहे रैना को अपनी नेतृत्व क्षमता को साबित करना होगा। उनके अलावा ब्रैंडन मैक्कुलम और घरेलू क्रिकेट में कमाल कर रहे विकेटकीपर दिनेश कार्तिक, आरोन फिंच, ड्वेन स्मिथ जैसे जबरदस्त बल्लेबाज उसके लिए मैच विजयी साबित हो सकते हैं। (वार्ता)