मंगलवार, 5 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. Singapore HIV Positive Data Leaks
Written By
Last Updated : मंगलवार, 29 जनवरी 2019 (00:47 IST)

सिंगापुर में 14,200 एचआईवी पॉजीटिव लोगों के आंकड़े लीक

सिंगापुर में 14,200 एचआईवी पॉजीटिव लोगों के आंकड़े लीक - Singapore HIV Positive Data Leaks
सिंगापुर। सिंगापुर में एचआईवी से संक्रमित 14,200 लोगों, जिनमें ज्यादातर विदेशी हैं, के गोपनीय आंकड़े चुरा लिए गए हैं और उन्हें ऑनलाइन लीक कर दिया गया है। कुछ महीनों के अंदर डाटा के उल्लंघन की यह दूसरी बड़ी घटना है।
 
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि संदेह है कि कई अपराधों में दोषी सिद्ध हो चुके एक अमेरिकी नागिरक ने अपने पार्टनर की मदद से यह सूचनाएं जुटाकर उसे लीक कर दिया। उसका दोस्त एक सिंगापुरी डॉक्टर है जिसकी पहुंच एचआईवी रजिस्ट्री तक थी।
 
इससे पहले जून-जुलाई में प्रधानमंत्री ली सीन लूंग समेत 15 लाख सिंगापुर निवासियों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड की किसी देश द्वारा प्रायोजित हमले में चोरी की गई थी। यह देश का अब तक सबसे बड़ा डाटा लीक था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जनवरी, 2013 तक जिन 14,200 लोगों के एचआईवी के गिरफ्त में आने की पुष्टि हुई थी, उनकी गोपनीय सूचना एक अनिधकृत व्यक्ति के पास है।
 
मंत्रालय ने कहा कि यह सूचना अवैध रूप से ऑनलाइन सामने लाई गई है। हम चिंता में और परेशान हैं। उनमें नाम, पहचान संख्या, संपर्क विवरण, एचआईवी परीक्षण परिणाम और अन्य मेडिकल सूचनाएं हैं। मंत्रालय ने कहा कि इस सूचना तक पहुंच पर रोक लगा दी गई है लेकिन यह अब भी उस व्यक्ति के पास है जिसने इसे लीक किया और इसे फिर सामने लाया जा सकता है।
 
उनमें जनवरी 2013 तक एचआईवी से प्रभावित 5,400 सिंगापुरवासी और दिसंबर 2011 तक एचआईवी से प्रभावित 8,800 विदेशी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय को पिछले हफ्ते पुलिस ने बताया था कि एचआईवी रजिस्ट्री की गोपनीय सूचनाएं लीक हो गई लगती हैं। मंत्रालय के अनुसार मिखी के फरेरा ब्रोचेज के पास ये सूचनाएं हैं। वह 2008-16 के दौरान सिंगापुर में रहता था।
 
उसने कहा कि ब्रोचेज को ड्रग और धोखाधड़ी के अपराधों में जेल में डाला गया था और सजा पूरी होने के बाद पिछले साल उसे प्रत्यर्पित किया गया था। मंत्रालय के अनुसार उसका एक पार्टनर मार्च 2012 से मई 2013 तक मंत्रालय की राष्ट्रीय जनस्वास्थ्य इकाई का अगुवा था और उसके पास गोपनीय सूचनाएं होती थीं। (भाषा)
ये भी पढ़ें
...तो मप्र के सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क सेवाएं देंगे निजी डॉक्टर