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शुक्रवार, 6 सितम्बर 2013 (11:47 IST)
सीताराम येचुरी : प्रोफाइल
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सीपीआई नेता और पार्टी के ससंदीय ग्रुप के नेता सीताराम येचुरी का जन्म 12 अगस्त 1952 को तमिलनाडु के चेन्नई में हुआ था। जन्म के तुरंत बाद वे हैदराबाद चले गए, जहां से उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद वे आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गए, जहां उन्होंने सेंट स्टीफन कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
इसके बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से अर्थशास्त्र में ही एमए की पढ़ाई पूरी की। इसी दौरान उनकी शादी बीबीसी हिन्दी सेवा के दिल्ली ऑफिस की संपादक सीमा चिस्ती से हुई, जो वर्तमान में 'इंडियन एक्सप्रेस' समाचार-पत्र में स्थानीय संपादक के रूप में कार्य कर रही हैं। उनकी पहली शादी से एक बेटा और एक पुत्री भी हैं।
1974 में सीताराम येचुरी सीपीएम के भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य बने और इसके दूसरे साल ही वे सीपीआई के सदस्य बने। 1975 के आपातकाल के दौरान वे गिरफ्तार कर लिए गए जिसके कारण जेएनयू से उनकी पीएचडी की पढ़ाई अधूरी रह गई। आपातकाल के तुरंत बाद वे जेएनयू विद्यार्थी संघ के दो साल के लिए सदस्य बने।
1978 में वे एसएफआई के ऑल इंडिया ज्वॉइंट सेक्रेटरी का चुनाव जीते और उसी साल एसएफआई के अध्यक्ष बने। 1985 में सीपीआई की सेंट्रल कमेटी के सदस्य बन गए जिसके बाद उन्होंने एसएफआई को छोड़ दिया। 1992 में वे सीपीआई के अंतरराष्ट्रीय विभाग और वीक्ली अर्गन के हेड बन गए।
सीताराम येचुरी लंबे समय से 'हिन्दुस्तान टाइम्स' के रेगुलर कॉलमिस्ट हैं। अभी तक इन्होंने कई पुस्तकें लिखीं जिसमें से 'हिन्दू राष्ट्र क्या है', 'घर की राजनीति' तथा '21वीं सदी का समाजवाद' प्रमुख हैं।
जुलाई 2005 में वे पहली बार पश्चिम बंगाल राज्यसभा के सदस्य बने। 2006 में वे होम अफेयर कमेटी के सदस्य बने। 2006 में ही वे जनरल पर्पस कमेटी के सदस्य बने। इसी दौरान वे संसदीय बोर्ड के पॉपुलेशन एंड पब्लिक हेल्थ के सदस्य, बिजनेस एडवायजरी कमेटी के सदस्य और लाभ के पद से संबंधित संवैधानिक और कानूनी स्थिति की जांच के लिए संयुक्त समिति के सदस्य बने।
2009 में वे जेएनयू कोर्ट के सदस्य बने। 2010 में परिवहन, पर्यटन और संस्कृति कमेटी के चेयरमैन बने। 2011 में सीताराम येचुरी इंडियन कांउसलिंग में वर्ल्ड अफेयर के सदस्य बने। 2011 में ही जेपीसी के टेलीकॉम लाइसेंस तथा स्पेक्ट्रम दर तय करने तथा उसके बंटवारे की कमेटी के सदस्य बने। 2012 के राज्यसभा चुनाव के अध्यक्ष बने तथा 2013 में कृषि कमेटी और विशेषाधिकार कमेटी के सदस्य बने।