मंगलवार, 5 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. मनोरंजन
  2. बॉलीवुड
  3. मिर्च-मसाला
  4. Askahy Kumar, John Abraham, Gold, Satyamev Jayate
Written By

अक्षय कुमार से टक्कर में जॉन अब्राहम को उठाना पड़ सकता है नुकसान

अक्षय कुमार से टक्कर में जॉन अब्राहम को उठाना पड़ सकता है नुकसान - Askahy Kumar, John Abraham, Gold, Satyamev Jayate
इस बार 15 अगस्त को अक्षय कुमार की 'गोल्ड' और जॉन अब्राहम की 'सत्यमेव जयते' बॉक्स ऑफिस पर टकरा रही है। अक्षय कुमार और जॉन अब्राहम अच्छे दोस्त हैं इसलिए रिलीज के पहले वे अपनी-अपनी फिल्मों का प्रमोशन कर रहे हैं और एक-दूसरे की फिल्मों के खिलाफ कुछ नहीं बोल रहे हैं। ऐसा नजारा कम ही देखने को मिलता है। 
 
वर्षों पहले शाहरुख खान की 'ओम शांति ओम' और संजय लीला भंसाली की 'सांवरिया' एक ही दिन प्रदर्शित हुई थी और किंग खान खेमे की ओर से भंसाली की फिल्म के बारे में अच्छी बातें नहीं बोली गई थीं। 


 
दरअसल अक्षय और जॉन की टक्कर में मामला बराबरी का भी नहीं है। जॉन की तुलना में अक्षय कुमार बहुत बड़े सितारे हैं। यदि टक्कर बराबरी की होती तो संभव है कि वातावरण में कड़वाहट भर जाती। अक्षय और जॉन ने कुछ फिल्मों में साथ काम भी किया है और उन फिल्मों में भी अक्षय को ज्यादा बड़ा रोल मिला है। 
 
जॉन को इस टक्कर से थोड़ा नुकसान हो सकता है क्योंकि बात थिएटर के बंटवारे पर आ टिकती है। अक्षय कुमार को मल्टीप्लेक्सेस में ज्यादा शोज़ दिए जा रहे हैं और जॉन को भी यह बात पता है, लेकिन जिस तरह का बंटवारा किया गया है उससे वे शायद ही खुश हों। 


 
बॉलीवुड के एक सूत्र का कहना है कि जॉन को उम्मीद थी कि 60 प्रतिशत स्क्रीन्स अक्षय कुमार की फिल्म को मिलेगी और 40 प्रतिशत उनकी फिल्म को, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। बताया जा रहा है कि 70 प्रतिशत स्क्रीन्स अक्षय की फिल्म 'गोल्ड' को मिल रही है और बची 30 प्रतिशत जॉन की 'सत्यमेव जयते' को। 
 
इस बंटवारे के पीछे की वजह यह बताई जा रही है कि जॉन की लोकप्रियता अक्षय से काफी कम है। ऐसे में जॉन अपनी पिछली फिल्म 'परमाणु' के आंकड़े सामने रख सकते हैं जो सफल रही थी। लेकिन परमाणु के पीछे की सफलता कॉंटेंट को दी जाती है न कि जॉन के स्टारडम को। 
 
जहां तक 'सत्यमेव जयते' का सवाल है तो यह एक हार्डकोर एक्शन मूवी है। जिसमें खूब मारधाड़ है। ऐसी फिल्में सिंगल स्क्रीन में बेहतर प्रदर्शन करती है बजाय मल्टीप्लेक्स के। साथ ही बड़े शहरों में इस तरह की फिल्में कम पसंद की जाती है। लिहाजा फिल्म के विषय और प्रस्तुतिकरण के आधार पर बंटवारा किया जा रहा है। 
 
जॉन की कोशिश होगी कि 40 प्रतिशत स्क्रीन्स पर उनका कब्जा हो। यदि 40 नहीं मिलती है तो 35 प्रतिशत तो मिले। सूत्रों के अनुसार यह शायद संभव नहीं है और जॉन की फिल्म को कम स्क्रीन्स पर संतोष करना पड़ सकता है। फिलहाल तो जॉन नुकसान में नजर आ रहे हैं। 
ये भी पढ़ें
अक्षय कुमार ने क्यों छोड़ी 'मुगल', जानिए इसका सही कारण