लता मंगेशकर के बारे में आशा भोसले: दीदी ने आलाप लेना शुरू किया तो मैं अपना गाना भूल गई
लता मंगेशकर और आशा भोसले। एक ही परिवार की दो ऐसी गायिका जिन्होंने बरसों-बरस अपनी आवाज से दुनिया भर में राज किया। करोड़ों को अपने स्वर से सुकून दिया।
लता और आशा को लेकर भी कई किस्से हैं। दोनों की प्रतिद्वंद्विता को लेकर भी कई किस्से रहे हैं। हालांकि वे हमेशा ही एक दूसरे की तारीफ ही करती नजर आईं।
एक बार जब आशा भोसले से लता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने लता के बारे में कहा- दीदी की आवाज की क्या तारीफ की जाए। उनकी आवाज तो खुद ही तारीफ बटोर लेती है।
दीदी की सुरीली आवाज सुनकर मेरा दिल एक क्षण के लिए थम सा जाता है। दीदी स्टूडियो में गाने के लिए आती है तो वहां भी यही हाल रहता है। कुछ मिनट के लिए एकदम सन्नाटे जैसा छा जाता है। सब खड़े हो जाते हैं सम्मान में।
मुझे याद है दीदी के साथ में उत्सव का गाना कर रही थी। ड्यूएट था। स्टूडियो में सब तैयारी हो गई। सिग्नल मिला और दीदी ने अलाप लेना शुरू किया तो मैं अपना गाना ही भूल गई। दीदी की आवाज में ऐसा सम्मोहन था।