रियलिटी शो 'बिग बॉस' में प्रवेश करते से ही अली गोनी चर्चा में आ गए। इसका कारण हैं की वह अपनी बीएफएफ जैस्मीन भसीन का सपोर्ट करने के लिए ही घर के अंदर जा रहे थे। उनके शो में प्रवेश करते ही उन्होंने जैस्मीन के आत्मविश्वास को बढ़ाया साथ ही घर में रह रहे सभी सदस्यों से भी अच्छे संबंध बनाए।
अली गोनी की एंट्री शो में एक पॉजिटिव वाइब लेकर आई और शो का एंटरटेनमेंट भी बढ़ा। तभी उनके प्रशंसक और 'बिग बॉस के दर्शक शुरु में उनके शो से बाहर आने पर काफी परेशान थे।
जिस दिन से वह फिर से घर में दाखिल हुए वह अपना बढ़िया खेल दिखा रहे। चाहें वह 'बिग बॉस' द्वारा दिया गया टास्क हो या घर का सामान्य काम हो। अली बिना शिकायत और पूरी मेहनत से सब करते। अली गोनी शो के सबसे मजबूत प्रतियोगियों में से एक हैं और एक संभावित विजेता भी हैं। तो जानते हैं फिनाले के ठीक चार सप्ताह पहले, ऐसे छह कारणों जो अली को 'बिग बॉस 14' की ट्रॉफी जीतने का हकदार बनाते हैं।
खाना पकाने में अली गोनी कभी पीछे नहीं हटते। वह हमेशा कुकिंग का आनंद लेते देखे गए। किसी की रसोई में मदद करने से लेकर सब्जियां काटना हो या पराठे बनाना हों, अली सब करते हैं, बिना किसी भेदभाव के। उन्होनें सभी पुरुषों के लिए उदाहरण स्थापित किया जो सोचते हैं कि रसोई केवल महिलाओं के लिए हैं।
अली क्षमा कर देते और भूल जाते हैं। भले ही उनका किसी से भी झगड़ा हुआ हो पर वह अपने दिल में किसी से कोई गिले शिकवे नहीं रखते। गलत न होने पर भी वह प्यार से आगे बढ़ कर चीजों को मोड़ने की कोशिश करते हैं। अली दिखने में भले ही सख्त हैं पर अंदर से भावुक और नेक दिल इंसान हैं। वह घर के दूसरें सदस्यों की तरह बातें खींचते नहीं जाने देते हैं।
फिलहाल 'बिग बॉस' के घर में अली गोनी सबसे वफादार सदस्य हैं। दूसरें सदस्य घर में अपनी पसंद के अनुसार अपनी प्राथमिकता बदलते है पर अली ऐसा नहीं करते हैं। वह अपने लोगों का अंत तक साथ निभाते है। इसका मतलब यह नहीं की अली बेईमानी से खेलेंगे। अगर यह किसी का समर्थन करने के बारे में है, तो वह अपने दोस्त का समर्थन करेगा, लेकिन अगर यह उनके खिलाफ खेलने के बारे में है, तो वह भी अपनी टीम के प्रति वफादार रहेगा।
अली की शुरू से ही प्राथमिकताएं तय थी। वह जैस्मीन के लिए शो में आए, लेकिन कुछ ही समय में राहुल वैद्य के भी अच्छे दोस्त बन गए। उन्होंने हमेशा कहा कि वे दोनों उनकी प्राथमिकता हैं। कप्तानी के कार्यों के दौरान, उन्होनें राहुल का पूरा समर्थन किया और कहा भी कि अगर राहुल दौड़ में हैं, तो वह हमेशा उनका साथ देंगे।
अली लोगों को अपनी लड़ाई लड़ने देते हैं। इसके लिए उनकी अक्सर आलोचना भी होती है। वह कभी भी हस्तक्षेप नहीं करते या बस कुछ फुटेज के लिए बेमतलब बहस में शामिल नहीं होते है। फिर चाहे वह जैस्मीन और एजाज खान की बहस हो, या राहुल की रुबीना दिलैक के साथ लड़ाई हो। वह कभी भी बीच में नहीं आते है और जब ऐसा होता हैं तो केवल तभी होता हैं जब कोई और भी बीच में कूदता है। वह लोगों को अपनी लड़ाई लड़ने देने में विश्वास रखते हैं।
अली शो में सिर्फ जैस्मीन के लिए आए। जब जैस्मीन को 'बिग बॉस' के घर से निकाला गया तब अली के लिए एक भावनात्मक क्षण था। उनका हाल देखने के बाद 'बिग बॉस' के घरवालों के साथ होस्ट सलमान खान की आंखों में भी आंसू थे। वह यहीं बोलते रहें की जैस्मीन के साथ वो भी जाएंगे क्योंकि वे शो पर जैस्मीन के लिए ही आए थे। इस पर जैस्मीन ने उन्हें अच्छा खेलने, अपना सर्वश्रेष्ठ देने और शो जीतने के लिए प्रेरित किया।
बिग बॉस में चाहे वह वीकेंड का वार हो या सोमवर का वार, अली ने हमेशा सलमान की प्रतिक्रिया को सकारात्मक रूप से लिया है। वे सलमान के सामने सिर्फ तब बोलते है जब उनसे कुछ पूछा जाता है। जिससे दूसरों की बातचीत में बाधा नहीं डालते। अली कभी भी सलमान के सामने खुद का बचाव करने की कोशिश नहीं करते जो की इस शो में बहुत दुर्लभ बात है।