जब संसद मौन हो जाती है तो सड़कें बोलने लगती हैं
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | गुरुवार,जनवरी 21,2021
जीवन गतिहीन निस्तेज जड़ता न होकर नित नए प्रवाह की तरह निरंतर गतिशील तेजस्विता का पर्याय है। किसी सरकार का आना-जाना ...
लोक की हलचल तंत्र का असमंजस
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | बुधवार,दिसंबर 9,2020
भारत एक लोकतांत्रिक देश है, पर कोरोना काल में हमारे लोकतंत्र के दो हिस्से हो गए।पहला हिस्सा नित नई हलचल वाला लोक, दूसरा ...
बिना मिले झगड़ते रहने वाली दुनिया
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,नवंबर 28,2020
झगड़ा मनुष्य का गुण है या अवगुण इस पर कोई और टीका टिप्पणी नहीं।पर आज सूचना क्रांति के आभासी युग में शान्त और सरल स्वभाव ...
स्वदेशी का अर्थ देशज होना है
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | मंगलवार,अक्टूबर 27,2020
हमारी लोक समझ हमें सिखाती है कि जो देशज है, स्थानीय है, वे देशी हैं। इस तरह लोक मान्यता अनुसार स्वदेशी का अर्थ विदेशी ...
अष्ट चंग पे
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,अक्टूबर 17,2020
बाल जीवन के आनंद और कल्पनाशीलता का कोई ओर-छोर नहीं है। भारत और एशिया के बच्चों के खेलकूद की सादगी और कल्पनाशीलता का कोई ...
गांधी महज़ सिद्धांत नहीं सरल व्यवहार है...
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | मंगलवार,अक्टूबर 6,2020
पोरबंदर में 2 अक्टूबर 1869 को यानी आज से डेढ़ सौ साल पहले जो बालक जन्मा था। वह डेढ़ सौ साल बाद भी आज समूची मनुष्यता के ...
हर दिन नई ज़मीन, हर दिन नया आसमान
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | गुरुवार,सितम्बर 10,2020
11 सितम्बर 1895 को जन्मे संत विनोबा भावे का आज (11 सितंबर 2020) 125वां जयंती वर्ष पूरा हो रहा हैं। गांधी 150 में विनोबा ...
महंगा हमेशा ही अच्छा नहीं, खुली लूट भी हो सकती है
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,सितम्बर 5,2020
जो जितना महंगा है वह उतना अच्छा ही हो, यह हमेशा जरूरी नहीं है। किस वस्तु की क्या कीमत हो, यह तय करने का कोई पैमाना और ...
मुखरता और चुप्पी दोनों अभिव्यक्ति हैं
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | सोमवार,अगस्त 24,2020
मुक्त समाज भी अभिव्यक्ति को शत-प्रतिशत सह नहीं पाता। शब्द विचार और भाषा मर्यादा से मुक्त नहीं हो सकते और यह अलिखित ...
अच्छा-बुरा दिन-रात की तरह ही है
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | गुरुवार,अगस्त 20,2020
अच्छा होना अपने आप अच्छा है या बुरा होने से अच्छे होने का अस्तित्व है। जैसे कभी रात हो ही नहीं तो शायद दिन की पूछताछ ...