नवग्रहों को एक साथ ऐसे प्रसन्न करें, पढ़ें नवग्रह की पौराणिक आरती
हर ग्रह को प्रसन्न करने के तरीके हमें अलग मिलते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सारे ग्रहों को एक साथ मात्र इस आरती से प्रसन्न किया जा सकता है। आइए प्रतिदिन पूजन के साथ नवग्रह की यह आरती पढ़ने का संकल्प लें, और हर ग्रह की शुभ दृष्टि प्राप्त करें।
आरती श्री नवग्रहों की कीजै । बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै ।।
सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर । जाकी कृपा कबहुत नहिं छीजै ।।
रुप चंद्र शीतलता लायें । शांति स्नेह सरस रसु भीजै ।।
मंगल हरे अमंगल सारा । सौम्य सुधा रस अमृत पीजै ।।
बुध सदा वैभव यश लाए । सुख सम्पति लक्ष्मी पसीजै ।।
विद्या बुद्धि ज्ञान गुरु से ले लो । प्रगति सदा मानव पै रीझे।।
शुक्र तर्क विज्ञान बढावै । देश धर्म सेवा यश लीजे ।।
न्यायधीश शनि अति ज्यारे । जप तप श्रद्धा शनि को दीजै ।।
राहु मन का भरम हरावे । साथ न कबहु कुकर्म न दीजै ।।
स्वास्थ्य उत्तम केतु राखै । पराधीनता मनहित खीजै ।।