श्रीगणेश के साथ पूजें ऋद्धि-सिद्धि को, हर परेशानी होगी दूर...
* करें गणेश के परिवार की उपासना, सभी दु:ख होंगे दूर...
* बुधवार को इस तरह करें गणेश परिवार की उपासना
कहा जाता है कि विघ्नहर्ता भगवान श्रीगणेश की पूजा करने से वह सबकुछ मिल जाता है, जो आप चाहते हैं। उनका पूजन जहां भी होता है वहां हमेशा सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। विशेष तौर पर धन की कभी कोई कमी नहीं आती।
श्रीगणेश को समस्त दु:खों को हरने वाला कहा गया हैं। अगर किसी भक्त पर श्रीगणेश की कृपा हो जाए तो उसके सभी असंभव कार्य संभव होने लगते हैं। इतना ही नहीं अगर आप प्रति बुधवार या हर रोज भगवान श्रीगणेश के साथ-साथ उनकी दोनों पत्नियां ऋद्धि-सिद्धि एवं उनके पुत्र शुभ-लाभ (लाभ व क्षेम) का पूजन निम्न मंत्र से करेंगे, तो निश्चित ही आपके जीवन सभी कष्ट दूर होंगे।
आगे पढ़ें कैसे करें पूजन, पढ़ें कौन-से मंत्र
ऐसे करें गणेश परिवार का पूजन :-
बुधवार के दिन सुबह स्नानादि कार्य से निवृत्त होकर ऋद्धि-सिद्धि सहित भगवान श्रीगणेश की मूर्ति को जल स्नान कराएं। तत्पश्चात उनके पास में शुभ-लाभ (लाभ व क्षेम) स्वरूप दो स्वस्तिक बनाएं। फिर श्रीगणेश तथा उनके परिवार को सिंदूर, अक्षत, केसरी चंदन तथा दूर्वा अर्पित करें और अपने समस्त कार्यों को निर्विघ्न संपन्न करने के लिए प्रार्थना करें।
तत्पश्चात निम्न मंत्रों का उच्चारण करके दीप-धूप से आरती करके उन्हें मोदक का भोग लगाएं और अपनी समस्त परेशानियों को दूर करने के लिए उनसे विनती करें। निश्चित ही 11 बुधवार तक लगातार यह उपाय करने से आपके समस्त कष्ट छू मंतर हो जाएंगे।
भगवान श्रीगणेश बुद्धिदाता, गुणदाता, ज्ञानप्रदाता हैं। शास्त्रों में इनकी उपासना धन-वैभव देने वाली, यशस्वी बनाने वाली और हर तरह के सुख-संपन्नता देने वाली मानी गई है।
पढ़ें यह मंत्र : -
* गणेश मंत्र- ॐ गं गणपतये नम:।
* ऋद्धि मंत्र- ॐ हेमवर्णायै ऋद्धये नम:,
* सिद्धि मंत्र- ॐ सर्वज्ञानभूषितायै नम:।
* शुभ मंत्र- ॐ पूर्णाय पूर्णमदाय शुभाय नम:,
* लाभ मंत्र- ॐ सौभाग्य प्रदाय धन-धान्ययुक्ताय लाभाय नम:।