ऐसा माना जा रहा है कि पर्वत से लगी जमीन अब भू-माफियाओं की नजर में आ रही है, धीरे-धीरे यहाँ की जमीन पर कब्जा हो रहा है। जिसे प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है वर्ना इतने महत्वपूर्ण स्थान का नामोनिशान खत्म हो जाएगा। अगर शासन चाहे तो इस स्थान को पर्यटन स्थल में तब्दील किया जा सकता है।