भारतीय क्रिकेट में प्रिंस ऑफ कोलकाता और बंगाल टाइगर के नाम से मशहूर सौरव गांगुली ने आईपीएल टूर्नामेंट में शुरुआती खामोशी के बाद अपने बल्ले से धूम मचा दी। कोलकाता नाइट राइडर्स के कुछ आरंभिक मैचों के बाद गांगुली को बल्ले के साथ गेंद से भी सफलता मिली।
रविवार को डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ गांगुली पूरे फॉर्म में थे। कहना गलत न होगा कि अकेले गांगुली ने ही डेक्कन चार्जर्स को हरा दिया। गांगुली ने पहले 57 गेंदों पर 91 रनों की पारी से नाइट राइडर्स को 200 के पार पहुँचाया और फिर गेंद से कमाल दिखाते हुए दो विकेट भी हासिल किए। यही नहीं, गांगुली ने बेहतरीन क्षेत्ररक्षण करते हुए दो कैच भी लपके।
आईपीएल में बल्ले से शुरुआती असफलता को भुलाते हुए गांगुली ने भी राजस्थान रॉयल्स के विरूद्ध अर्धशतक जमा ही दिया लेकिन फिर भी उनके चाहने वाले गांगुली के उन छक्कों को देखने को तरस गए, जिन्हें वे पहले देखा करते थे।
राजस्थान रॉयल्स के विरुद्ध खेलते हुए उन्होने 39 गेंदों पर 4 चौकों और 2 छक्कों की सहायता से 51 रन बनाए थे, जिसे देखकर उनके चाहने वालों को लगा था की अब दादा का बल्ला बोलेगा लेकिन अगले मैच में वे किंग्स इलेवन के खिलाफ सिर्फ 7 रन बना कर आउट हो गए।
गांगुली के अगर बल्लेबाजी के अनुभव की बात की जाए तो बाएँ हाथ के इस बल्लेबाज ने 106 टेस्ट मैचों में 53 छक्के और 862 चौके लगाए हैं। वहीं अब तक खेले अपने 311 वनडे मैचों में 190 छक्के और 1122 चौके लगाए हैं।
आईपीएल में उनकी बल्लेबाजी पर नजर डाली जाए तो शुरुआत में वे कुछ खास नहीं कर पाए, बंगलोर रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ पहले ही मैच में वे सिर्फ 12 गेदों पर 2 चौकों की सहायता से 10 रन बना पाए। दूसरे मैच में भी डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ गांगुली ने 30 गेंद खेलकर 1 चौके की मदद से सिर्फ 14 रन बनाए।
तीसरे मैच में चैन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ गांगुली फिर असफल हुए और इस बार वे 19 गेंदों पर फिर 12 रन बनाकर आउट हो गए। टीम के चौथे मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ भी गांगुली 2 गेंदें खेलकर महज 4 रन बनाकर आउट हो गए।
गांगुली कोई बड़ा स्कोर नहीं कर पा रहे थे, लेकिन राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में उन्होंने अपनी लय पा ली। इस मैच में उन्होंने 51 रन बनाए।
नाइट राइडर्स फिलहाल अंक तालिका में चौथे स्थान पर है और सेमीफाइनल की दौड़ में उसे चेन्नई सुपर किंग्स, दिल्ली डेयरडेविल्स और किंग्स इलेवन पंजाब से जमकर टक्कर मिलेगी। लक्ष्य है सेमीफाइनल में जगह बनाना और देखना दिलचस्प होगा कि गांगुली अपनी टीम को इस लक्ष्य को पाने के लिए किस तरह तैयार करते हैं।