क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल कहते हैं, इस खेल में कौन टीम जीतेगी या हारेगी इसका फैसला मैच के अंतिम छड़ों तक टिका रहता है। मैच की हार या जीत में टीम के कप्तान के डिसीजन बहुत बड़ी भूमिका अदा करते हैं।
यह टीम के कप्तान पर निर्भर करता है कि वह ऐसे निर्णय ले जो टीम के लिए हितकर साबित हों। विश्ववकप क्रिकेट की शुरुआत से ही टीमों के कप्तानों ने अपनी बेहतरीन कप्तानी के जरिए अपनी टीम को विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीम के रूप में स्थापित किया। इसी क्रम में हम आज आपको रूबरू कराएंगे विश्वकप क्रिकेट के 5 सफलतम कप्तानों से।
5. मार्टिन क्रो(न्यूजीलैंड)
मार्टिन क्रो 1992 के विश्वकप में न्यूजीलैंड के कप्तान रहे। इस विश्वकप में न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया और सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को पाकिस्तान से बहुत छोटे अंतर से हारने के बाद बाहर हो जाना पड़ा।
मार्टिन क्रो के लिए यह बेहतरीन विश्वकप रहा उन्होंने पूरे विश्वकप में 456 रन बनाए और विश्वकप इतिहास के पहले मैन ऑफ द टूर्नामेंट बने। इस दौरान उनकी टीम की जीत का प्रतिशत 77.66 रहा। इस आधार पर वे क्रिकेट विश्वकप के बेस्ट-5 कैप्टन की तालिका में पांचवे नंबरे पर हैं।
4.सौरव गांगुली (भारत)
क्रिकेट विश्वकप के बेस्ट-5 कैप्टन की तालिका में नंबर चार पर हैं, भारतीय पूर्व कप्तान सौरव गांगुली। गांगुली ने भारतीय टीम की अगुआई 2003 के विश्वकप में की और भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के हाथों फाइनल हारकर विश्वकप जीत से महरूम रह गई। 2003 के विश्वकप में भारतीय टीम ने गांगुली की अगुआई में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
गांगुली ने 2003 के विश्वकप में 3 शतक भी लगाए। वे 1999 व 2007 के विश्वकप में भी भारतीय टीम का हिस्सा रहे। विश्वकप में बतौर कप्तान उन्होंने 11 मैच खेले जिसमें 9 में उन्हें जीत मिली। इस प्रकार गांगुली का जीत का प्रतिशत बतौर कप्तान 81.81 रहा।
3. महेंद्र सिंह धोनी(भारत)
वर्तमान भारतीय वनडे टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 2007 के विश्वकप के बाद भारतीय टीम की कमान संभाली थी। भारतीय टीम ने धोनी की अगुआई में 2011 का विश्वकप खेला। धोनी की अगुआई में भारत ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए, श्रीलंका को विश्वकप फाइनल में हरा दिया व दूसरी बार भारत ने विश्वकप अपने नाम किया।
धोनी ने फाइनल में श्रीलंका के विरुद्ध 79 गेंदों में 91 तेजतर्रार रन बनाकर भारत की जीत को प्रशस्त किया। धोनी की कप्तानी में भारत ने विश्वकप में 9 मैच खेले जिसमें से 7 जीते व 1 टाई रहा। इस लिहाज से धोनी के जीत का प्रतिशत 82.33 रहा और वे विश्वकप के तीसरे बेस्ट कैप्टन हैं। धोनी विश्वकप 2015 में भी भारतीय टीम की अगुआई कर रहे हैं। विश्वकप के बेस्ट-5 कप्तानों की लिस्ट में वे तीसरे नंबर पर हैं।
2. क्लाइव लॉयड (वेस्टइंडीज)
वेस्टइंडीज के क्लाइव लॉयड ने वेस्टइंडीज को लगातार दो क्रिकेट विश्वकप दिलाए। क्लाइव लॉयड ने 1975 के विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध ताबड़तोड़ रन बटोरते हुए सैकड़ा लगाया और ऑस्ट्रेलिया को हराते हुए विश्वकप वेस्टइंडीज के नाम किया।
क्लाइव लॉयड ने तीन विश्वकप में वेस्टइंडीज का नेतृत्व किया, इस दौरान वेस्टइंडीज ने उनकी कप्तानी में 17 मैच खेले जिनमें से उन्हें 15 में जीत हासिल हुई। इस तरह विश्वकप में उनकी जीत का प्रतिशत 88.23 रहा। विश्वकप के बेस्ट-5 कप्तानों की लिस्ट में वे दूसरे नंबर पर हैं।
1. रिकी पोंटिंग
विश्वकप क्रिकेट के सफलतम कप्तानों की लिस्ट में रिकी पोंटिंग शिखर पर हैं। रिकी पोंटिंग ने लगातार 4 विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया टीम की अगुआई की जिसमें से तीन लगातार विश्वकप जिताने में पोंटिंग की अभिन्न भूमिका रही। विश्वकप 2011 में भी ऑस्ट्रेलिया विश्वकप सेमीफाइनल में पहुंची लेकिन भारत से हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया विश्वकप से बाहर हो गई। भारत के खिलाफ विश्वकप 2003 में पोंटिंग ने 140 रन की पारी खेल कर ऑस्ट्रेलिया की विश्वकप जीत को प्रशस्त किया था।
पोंटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 29 मैच खेले जिनमें से ऑस्ट्रेलिया ने 26 मैचों में जीत दर्ज की व एक ड्रा रहा। पोंटिंग ने कैप्टन के रूप में 29 सबसे ज्यादा कैच लपके हैं, उनके बाद न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लैमिंग का नाम आता है जिन्होंने 28 कैच लपके हैं। पोंटिंग का विश्वकप में कप्तान के रूप में जीत का प्रतिशत 92.85 रहा।