Sukanya Samriddhi Yojana के ये 5 बदलाव आपके लिए जानना बेहद जरूरी
Sukanya Samriddhi Account : केंद्र सरकार (Central government) द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) चलाई जा रही है। इसमें बच्चियों के जन्म के बाद से ही उनके नाम पर अकाउंट खुलवाकर रुपया जमा करवाना शुरू कर दिया जाता है। सुकन्या समृद्धि योजना को लेकर कई बदलाव भी कर दी है। यदि आपने Sukanya Samriddhi में अपनी बेटी का खाता खुलवाया है या खुलवाने वाले हैं तो इन 5 बदलावों का रखें ध्यान-
सुकन्या समृद्धि योजना में ये 5 बड़े बदलाव (5 big changes in Sukanya Samriddhi Yojana)
1. पहले केवल दो बेटियों के जन्म पर ही सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ ले सकते थ, लेकिन अब तीसरी बेटी होने पर भी तीन के नाम से योजना में खाते खोले जा सकते हैं। पहली बेटी होने के बाद दोबारा जुड़वां बच्चियां होने पर ही यह लाभ मिलेगा।
2. बिटियां की मौत या उसका पता बदलने पर खाते को बंद किया जा सकता था, लेकिन अब यदि अभिभावक की मौत हो जाती है या उन्हें कोई जानलेवा बीमारी हो जाती है तो भी सुकन्या समृद्धि योजना के खाते को बंद किया जा सकता है।
3. खातों में यदि अभिभावक द्वारा 1 साल में न्यूनतम 250 रुपए और अधिकतम डेढ़ लाख रुपए जमा नहीं कराए जाते तो खाते को डिफाल्ट की श्रेणी में रखा जाता था, लेकिन अब जब तक खाते को दोबारा एक्टिव नहीं किया जाता तब तक उसमें उपलब्ध जमा पर ब्याज दिया जाएगा।
4. सुकन्या समृद्धि खातों में जमा राशि पर ब्याज पहले तिमाही आधार पर क्रेडिट किया जाता था, जो अब सालाना आधार पर क्रेडिट किया जाएगा। यदि खाते में गलत ब्याज क्रेडिट हो जाता है तो उसे वापस करने के प्रावधान में भी बदलाव हुआ है।
5. सरकार ब्याज को लेकर समीक्षा बैठक करने वाली है, जो जून महीने में खत्म होने वाली तिमाही में हो सकती है। यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करेगी। अभी इस पर ब्याज दर 8.2 प्रतिशत है।