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Last Updated : बुधवार, 17 अगस्त 2016 (10:45 IST)

दौड़ते हुए मैदान में गिरीं, एक-दूसरे को दी प्रेरणा, जीत लिए दिल..

Rio Olympics Inspirational moment
रियो ओलंपिक में 5,000 मीटर की दौड़ में अमेरिका और न्यूजीलैंड की दो एथलीटों ने सद्भावना का ऐसा नजारा पेश किया कि दुनिया वाह-वाह कर उठी। इस रेस में भले ही ये दोनों अंतिम दो स्थानों पर रहींं, लेकिन खेलभावना दिखाने का इनाम उन्हें मिला और वे फाइनल में पहुंच गईं।  
 
रियो ओलंपिक में 5,000 मीटर की दौड़ के दौरान दो एथलीटों ने बेहद प्रेरणादायक नजारा पेश किया। अमेरिका की एब्बे डी एग्नोस्टिनो और न्यूजीलैंड की निक्की हैम्ब्लिन रेस में 3,000 मीटर की दूरी तय करने के बाद एक- दूसरे से टकरा गईंं और नीचे गिर पड़ींं। 
 
जल्द रेस पूरी कर ओलंपिक पदक जीतने की जिद को छोड़ दोनों धावकों ने एक-दूसरे का दिल जीतने को प्राथमिकता दी। 24 वर्षीय एग्नोस्टिनो तत्काल खड़ी हुईं और दौड़ जारी रखने की बजाय वेे रुकीं। उन्होंने अपनी विरोधी धावक की मदद को हाथ आगे बढ़ाया। जब उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि उन्हें टखने की इंजुुरी हुई है तो उन्होंने हैम्ब्लिन की मदद की।
 
इसके बाद हैम्बिलन ने एग्निस्टिनो को दौड़ने के लिए प्रोत्साहित किया और उन्होंने दौड़ को 16.43 मिनट में पूरा किया। हालांकि टखने की गंभीर चोट के चलते हैम्ब्लिन दौड़ नहीं सकीं।
 
फिनिश लाइन पर जब एग्नोस्टिनो पहुंची तो वे यह देखकर दंग रह गई कि हैम्ब्लिन वहां उनका इंतजार कर रही थीं। यहां पर दोनों धावकों ने एक-दूसरे को गले लगाया। इसके बाद मेडिकल टीम घायल एग्नोस्टिनो को व्हीलचेयर पर ले गई। हालांकि तकलीफ में होने के बावजूद उन्होंने हैम्ब्लिन को एक प्यारी-सी मुस्कान के साथ विदा किया। इसके बाद एग्नोस्टिनो को एमआरआई स्कैन के लिए ले जाया गया।
 
हैम्बलिन ने कहा, 'जब मैं जमीन पर गिरी तो मुझे लगा कि क्या हो रहा है, मैं जमीन पर क्या कर रही हूं और तभी एक हाथ मेरे कंधे पर था और कोई मुझसे कह रहा था उठो, उठो, हमें रेस जीतनी है।' एग्नोस्टिनो और हैम्बलिन भले ही पदक की दौड़ में पिछड़ गईंं, लेकिन उन्होंने खेलभावना की जो मिसाल पेश की, उसे बरसों तक याद रखा जाएगा। ओलंपिक समिति ने भी दोनों की खेल भावना को सम्मान देते हुए फाइनल में प्रवेश दे दिया। 
 
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