Karnataka news in hindi : कर्नाटक में महिला मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद विवादों में घिरे भाजपा नेता सीटी रवि के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने उन्हें देर रात हिरासत में ले लिया। सीटी रवि ने भी उन पर हमला करके जान से मारने की कोशिश करने के आरोप में लक्ष्मी हेब्बालकर, चामराजा हट्टिहोली, डी.के. शिवकुमार, सद्दाम और अन्य के खिलाफ बेलगावी के खानापुरा पुलिस स्टेशन में जवाबी शिकायत दर्ज कराई। इस मामले में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता आमने सामने नजर आ रहे हैं।
भाजपा MLC सीटी रवि ने कहा कि विधान परिषद के अध्यक्ष द्वारा आदेश जारी करने के बाद पुलिस ने मेरे खिलाफ FIR क्यों दर्ज की? मैं उनके कार्यों के पीछे की दुर्भावना को नहीं समझ पा रहा हूं। उन्होंने FIR दर्ज करने का कोई कारण नहीं बताया है। मुझे थाने क्यों लाया गया और हिरासत में क्यों लिया गया? मुझे अभी भी नहीं पता कि उन्होंने FIR क्यों दर्ज की।
उन्होंने कहा कि एक बार जब पुलिस मुझे आधिकारिक तौर पर हिरासत में ले लेती है, तो उनका दायित्व है कि वे मुझे सूचित करें। पुलिस का व्यवहार बेहद संदिग्ध है। विधान परिषद में उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और मंत्री हेब्बालकर ने मुझे सीधे तौर पर धमकाया। मुझे लगता है कि पुलिस से मेरी जान को खतरा है।
बेलगावी शहर के पुलिस आयुक्त इदा मार्टिन ने कहा कि कानून-व्यवस्था के दृष्टिकोण से, हम अगले स्थान का खुलासा नहीं करेंगे जहां सीटी रवि को ले जाया जा रहा है।
गौरतलब है कि लक्ष्मी हेब्बालकर ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि भाजपा नेता सी.टी. रवि ने आज विधान परिषद में उनके खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। बेलगावी के हिरेबागेवाड़ी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज़ की गई।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंत्री द्वारा दी गई एक शिकायत के आधार पर भाजपा नेता के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 75 (यौन उत्पीड़न) और 79 (किसी महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से शब्द, इशारा या कृत्य) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है।
विधानसभा में क्या हुआ : कर्नाटक विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन गुरुवार को काफी हंगामा हुआ। राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर ने सी. टी. रवि पर विधान परिषद में उनके खिलाफ अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। रवि पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव रह चुके हैं। जब संवाददाताओं ने घटना के बारे में उनसे पूछा तो हेब्बालकर ने केवल इतना कहा, मैं दुखी हूं....।
कांग्रेस के विधान पार्षद यतींद्र सिद्धरमैया ने पत्रकारों से कहा कि यह घटना सभापति द्वारा सदन स्थगित किए जाने के बाद हुई और वह उस समय हेब्बालकर से दो पंक्ति पीछे खड़े थे। उन्होंने कहा कि हेब्बालकर और रवि के बीच वाकयुद्ध हुआ और जब उन्होंने (हेब्बालकर) उनके (रवि) खिलाफ कुछ टिप्पणियां कीं, तो उन्होंने (रवि) उनके (हेब्बालकर) खिलाफ अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा कि शुरू में मुझे विश्वास ही नहीं हुआ कि एक एमएलसी इस तरह के शब्द का इस्तेमाल कर सकता है और पुष्टि होने तक इंतजार किया। बाहर निकलते हुए उन्हें उस शब्द का इस्तेमाल करते सुना जा सकता था। बाद में हेब्बालकर खुद आईं और हममें से कुछ लोगों को पीड़ा के साथ इस बारे में बताया।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के बेटे यतींद्र ने कहा कि हमने सभापति से शिकायत की है और उनके (रवि) निष्कासन की मांग की है। सभापति ने ऑडियो और वीडियो की पुष्टि के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
क्या बोले सीएम सिद्धरमैया : मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने संवाददाताओं से बात करते हुए हेब्बालकर के खिलाफ रवि की कथित टिप्पणी को ओछा करार दिया और कहा कि यह अपराध है। उन्होंने कहा कि रवि ने लक्ष्मी हेब्बालकर, जो मेरे मंत्रिमंडल में मंत्री हैं, के लिए बहुत ही गंदे शब्द का इस्तेमाल किया है और यह अपराध है। उन्होंने (हेब्बालकर) सभापति और पुलिस से शिकायत की है। पुलिस कानून के अनुसार कार्रवाई करेगी।
जब उनसे कहा गया कि रवि ने आरोपों से इनकार किया है, तो मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कोई कह रहा है कि उन्होंने (रवि) दस बार इस शब्द का इस्तेमाल किया, मुझे नहीं पता, मैं परिषद में नहीं था। परिषद के सदस्य आए और उन्होंने मुझे बताया कि रवि ने एक गंदे शब्द का इस्तेमाल किया है। लक्ष्मी हेब्बालकर दुखी हैं, यह एक तरह से उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न है।
edited by : Nrapendra Gupta