दुनिया के चौथे नंबर के खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने फ्रेंच ओपन में अपने प्रदर्शन से प्रभावित करने वाले एन श्रीराम बालाजी को पेरिस ओलंपिक के लिए अपना जोड़ीदार चुना है और अखिल भारतीय टेनिस महासंघ (AITA) के इस अनुभवी खिलाड़ी की पसंद पर आपत्ति जताने की संभावना नहीं है।बोपन्ना ने एआईटीए को ईमेल लिखकर अपने फैसले की जानकारी दी। इस ईमेल को टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना (TOPS) को भी भेजा गया है। एआईटीए ने भी इसकी पुष्टि की है।
बालाजी और मैक्सिको के उनके जोड़ीदार एमए रेयेस-वारेला मार्टिनेज को सोमवार को फ्रेंच ओपन के पुरुष युगल के तीसरे दौर में बोपन्ना और ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू एबडेन को कड़ी चुनौती देने के बावजूद हार का सामना करना पड़ा।
बालाजी ने अच्छी सर्विस करने के अलावा बेसलाइन और नेट पर अपने खेल से प्रभावित किया जिसके बाद बोपन्ना ने फैसला किया कि वह अगले महीने ओलंपिक पदक जीतने के अपने अंतिम अभियान के दौरान जब रोलां गैरो पर लौटेंगे तो कोयंबटूर का यह खिलाड़ी उनका जोड़ीदार होगा।बोपन्ना रियो खेलों के दौरान ओलंपिक पदक जीतने के करीब पहुंचे थे लेकिन उनकी और सानिया मिर्जा की जोड़ी को मिश्रित युगल के कांस्य पदक के मुकाबले में राडेक स्टेपनेक और लूसी हरादेका की चेक गणराज्य की जोड़ी के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
बोपन्ना ने पेरिस से PTI
(भाषा) को बताया, मैंने AITA को एक ईमेल भेजा है।बोपन्ना ने कहा कि राष्ट्रीय महासंघ से जवाब मिलने के बाद ही अपनी पसंद पर टिप्पणी करेंगे।विश्व रैंकिंग में 52वें नंबर के साथ भारत के दूसरे नंबर के युगल खिलाड़ी युकी भांबरी भी दावेदारी में थे।
युकी फ्रांसीसी जोड़ीदार अल्बानो ओलिवेटी के साथ फ्रेंच ओपन के पहले दौर से बाहर हो गए थे लेकिन इस सत्र में क्ले कोर्ट पर उन्हें सफलता मिली है। उन्होंने म्यूनिख में एटीपी 250 टूर्नामेंट जीता और इसी जोड़ीदार के साथ ल्योन में एक अन्य एटीपी 250 प्रतियोगिता में उपविजेता रहे।
संपर्क किए जाने पर एआईटीए के महासचिव अनिल धूपर ने कहा कि उन्हें पेरिस ओलंपिक में 84वें नंबर के बालाजी के साथ बोपन्ना के खेलने पर कोई आपत्ति नहीं है।
धूपर ने कहा, रोहन ने हमें लिखा है कि वह बालाजी के साथ खेलना चाहता है। बालाजी एक अच्छा खिलाड़ी है। उसने पाकिस्तान में भी अच्छा खेला है और मौकों का फायदा उठाया है। उसने मौजूदा फ्रेंच ओपन में क्ले कोर्ट पर भी अच्छा प्रदर्शन किया है। बालाजी अच्छी सर्विस करने वाला खिलाड़ी है। अगर रोहन उसके साथ खेलना चाहता है तो हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं है।
उन्होंने कहा, फ्रेंच ओपन के समापन के बाद आईटीएफ को अंतिम सूची प्रकाशित करने दें। देखते हैं कि सुमित नागल भी इसमें जगह बना पाता है या नहीं। हम चयन समिति की बैठक करेंगे और बोपन्ना के फैसले को पैनल को बताएंगे जो अंतिम फैसला लेगा।
चयन समिति का नेतृत्व पूर्व डेविस कप खिलाड़ी नंदन बाल कर रहे हैं जिन्होंने यह भी संकेत दिया कि वे बोपन्ना का समर्थन करेंगे।बाल ने मुंबई से पीटीआई से कहा, मेरी निजी राय में, हमें रोहन को वह देना चाहिए जो वह चाहता है। आखिरकार, यह ओलंपिक पदक जीतने का उसका आखिरी मौका है और अगर उसे लगता है कि बालाजी के साथ खेलना बेहतर है तो वह निश्चित रूप से इस विकल्प को चुने।
उन्होंने कहा, फिर भी जब भी एआईटीए बैठक बुलाएगा तो हम संयोजन पर चर्चा करेंगे।पूर्व डेविस कप खिलाड़ी बलराम सिंह, मुस्तफा गौस और साई जयलक्ष्मी चयन पैनल के अन्य सदस्य हैं।
बाल ने कहा कि एआईटीए महासचिव पैनल को अपना सुझाव देते हैं लेकिन चयन में हस्तक्षेप नहीं करते हैं और पैनल द्वारा स्वतंत्र रूप से निर्णय लिया जाता है।प्रविष्टियों के लिए 10 जून की एटीपी/डब्ल्यूटीए रैंकिंग पर विचार किया जाएगा। आईटीएफ को 12 जून तक सभी संघों को उनके पात्र खिलाड़ियों के बारे में सूचित करना होगा।
सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों को 19 जून तक आईटीएफ को अपनी प्रविष्टियों की पुष्टि करनी होगी। आईटीएफ आठ जुलाई को इस्तेमाल नहीं किए गए कोटा स्थानों को फिर से आवंटित करेगा।