इसके अलावा कंपनी ईंधन क्षमता पर अत्याधिक जोर दे रही है। सक्सेना ने कहा कि अब तक आई-10 की बिक्री का आंकड़ा 15 लाख को पार कर चुका है। वहीं कंपनी 2009 तक 25 लाख कारो का उत्पादन भी कर चुकी है। बाजार में दिग्गज कंपनियों के आने से प्रतिस्पर्धा बहुत कड़ी होती जा रही है लेकिन उनकी कंपनी इस श्रेणी में अग्रणी बनी रहेगी। सक्सेना ने कहा कि बाजार में बढ़ रही प्रतिस्पर्धा में मुनाफे पर असर पड़ेगा लेकिन भारतीय बाजार में अभी भी अपार संभावना है।