कुछ ही ही दिनों पहले इंदौर में आर्मी के अफसरों पर हमला और उनकी एक महिला मित्र के साथ गैंग रेप का सनसनीखेज मामला सामने आया था। अब ऐसा ही मानवता को शर्मसार करने वाले एक मामला सामने आया है। इस घटना में पुलिस कर्मियों ने कैप्टन को हवालात में डालकर, उसके साथ शारीरिक दुर्व्यवहार किया तथा महिला का यौन उत्पीड़न किया।
सवाल यह है कि आखिर क्यों बार बार आर्मी के अफसरों और जवानों पर इस तरह के हमले हो रहे हैं। जानते हैं क्या है ये दोनों घटनाएं जो आर्मी जवानों और अफसरों के खिलाफ हुईं।
क्या हुआ ओडिशा के भरतपुर में : पश्चिम बंगाल में तैनात सेना के अधिकारी और उनकी मंगेतर ने रविवार को भरतपुर थाने में रोड रेज की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कुछ स्थानीय युवकों ने उन्हें परेशान किया था।
थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर सैन्यकर्मी और महिला का पुलिसकर्मियों से झगड़ा हो गया। इस पर कैप्टन को पुलिस ने पकड़कर लॉकअप में डाल दिया। जब महिला ने विरोध किया महिला को भी पुलिस के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
हिरासत में दुष्कर्म : महिला ने दावा किया कि हिरासत में लिए जाने के बाद उसका यौन उत्पीड़न किया गया। गुरुवार को महिला को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। महिला वर्तमान में एम्स (भुवनेश्वर) में उपचार करा रही हैं।
पीड़िता के पिता के बयान : पीड़िता के पिता ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने झूठी कहानी गढ़कर मेरी बेटी को गिरफ्तार किया। हिरासत में मेरी बेटी का यौन उत्पीड़न किया गया। उसके चेहरे और शरीर पर चोट के निशान हैं। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों ने न केवल अपराध किया है, बल्कि उनके कृत्य को जघन्य अपराध कहा जा सकता है। उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।
सियासी बवाल : कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया, ओडिशा में घटित भयावह घटना ने देश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस से मदद मांगने गए एक सैन्य अधिकारी को बेरहमी से पीटा गया और उनकी मंगेतर को हिरासत में उत्पीड़ित किया गया। यह घृणित घटना पूरी मानवता को शर्मसार करने वाली है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में महिलाओं के विरुद्ध अपराध पूरी तरह से बेकाबू और निरंकुश हो चुका है।
राहुल ने सवाल किया कि जब सरकारी तंत्र के ही भीतर अन्याय पनपता और शरण पाता है, तो आम नागरिक सहायता की आस किससे लगाए। इस घटना के सभी दोषी सख्त से सख्त कानूनी सजा के पात्र हैं।
आर्मी अफसर की गर्लफ्रेंड से रेप : यह कोई पहली घटना नहीं है जब आर्मी अफसरों या आर्मी से जुड़े लोगों के साथ इस तरह की घटनाएं हुईं हो। इंदौर से करीब 24 किलोमीटर महू स्थित छावनी इलाके से हैरान-परेशान करने वाली सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां में दो प्रशिक्षु सैन्य अधिकारियों (कैप्टन) को बंधक बनाकर मारपीट की, नकदी व कीमती सामान लूटा और उनके साथ आई युवतियों के साथ गैंगरेप किया। पीड़ित प्रशिक्षु सैन्य अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया।
इंदौर में क्या हुआ था 9 साल पहले : 9 सितंबर 2015 की घटना है। इंदौर के विजयनगर थाने की पीसीआर वैन ने देर शाम कुछ युवकों को मॉल के बाहर शराब पीते पकड़ा था। पुलिसकर्मी युवकों को थाने गए। वहां युवकों ने खुद को आर्मी का जवान बताया तो पुलिसकर्मियों ने उनको जमकर पीटा। पुलिस की पिटाई में एक जवान के पैर की हड्डी टूट तक गई और बाकी जवान बुरी तरह घायल हो गए। किसी तरह पुलिस के चंगुल से छूटे जवान महू कैंट पहुंचे और अपने साथियों को इसकी जानकारी दी।
100 जवान ने किया था थाने पर हमला : सैनिक अपने साथी जवानों की हालत देख बुरी तरह भड़क गए। फिर क्या था। 100 से अधिक जवानों मिलकर पूरी प्लानिंग से हॉकी और स्टिक लेकर विजय नगर थाने पर हमला बोला। थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों की जमकर पिटाई की, जिसमें 10 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। सेना के जवान जाते-जाते थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे और रिकॉर्डर भी उखाड़कर ले गए ताकि कोई सबूत न बचे। पुलिस की गाड़ियों, वायरलेस सेट्स, कंप्यूटर और प्रिंटर भी तोड़ डाले। पुलिस ने आरोप लगाया था कि जवान एक राइफल और पांच कारतूस भी ले गए थे।
सवाल यह है कि आखिर क्यों देशभर में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिनमें आर्मी के जवानों के साथ मारपीट और उनकी महिला मित्रों के साथ उत्पीडन हो रहे हैं।
Edited By : Navin Rangiyal