कौन है देवप्रकाश मधुकर, जिसे हाथरस भगदड़ मामले में किया गया है गिरफ्तार
भोले बाबा के 2 जुलाई के सत्संग का मुख्य सेवादार मधुकर पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी में एकमात्र नामजद आरोपी है। हादसे के दिन से ही फरार चल रहे मधुकर पर पुलिस ने एक लाख रुपए के इनाम की घोषणा की थी। मधुकर को शनिवार को हाथरस कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एक वीडियो संदेश में मधुकर के वकील ए पी सिंह ने दावा किया कि उनके मुवक्किल ने दिल्ली में आत्मसमर्पण कर दिया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। सिंह ने कहा कि आज हमने देवप्रकाश मधुकर का आत्मसमर्पण करा दिया है, क्योंकि उनका यहां इलाज चल रहा था, इसलिए दिल्ली में पुलिस, एसआईटी और एसटीएफ को बुलाया गया।
मधुकर एटा जिले में कनिष्ठ अभियंता के रूप में काम करता है। बताया जाता है कि देव प्रकाश के नाम से से भोले बाबा के सत्संग के आयोजन की अनुमति ली गई थी। इसीलिए पुलिस ने उसे मुख्य आरोपी बनाया था।
सिकंदरा राऊ इलाके के दमादपुरा का रहने वाला मधुकर भोले बाबा का कट्टर अनुयायी है। पहले वह एटा में ही रहता था लेकिन 10 वर्ष पहले वह हाथरस आ गया। यहां वह भोले बाबा की मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम समिति से जुड़ गया। धीरे-धीरे सत्संग आयोजन से जुड़े कार्यों में उसकी लगन को देखते हुए उसे मुख्य सेवादार की जिम्मेदारी मिल गई।
हाथरस भगदड़ मामले में उसे आरोपी बनाए जाने से कई लोग नाराज है। दमादपुरा से भगदड़ स्थल फुलराई गांव तक पहुंचने में बमुश्किल पांच मिनट लगते हैं।
पड़ोस में रहने वाले कानून के एक छात्र को लगता है कि मधुकर को मुख्य आरोपी के रूप में मामले में झूठा फंसाया जा रहा है, जबकि बाबा बच गया है। अखिलेश ने कहा कि क्या वह (मधुकर) सभी लोगों को 'सत्संग' के लिए बुलाने उनके घर गया था? बाबा की वजह से लोग आए थे, लेकिन वह मौके से भाग गया।
Edited by : Nrapendra Gupta