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Last Updated : शुक्रवार, 2 मई 2025 (11:11 IST)

पहलगाम हमले के बाद पर्यटकों ने बनाई गुलमर्ग से दूरी, क्या है होटल इंडस्ट्री का हाल?

पहलगाम हमले ने गुलमर्ग पर्यटन उद्योग की कमर तोड़ी, कुल 1150 होटल कमरों में से सिर्फ 50 ही बुक

gulmarg
Pahalgam Terrorist Attack : पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले ने कश्मीर के पर्यटन उद्योग को भारी झटका दिया है। इसके चलते प्रमुख पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है। कश्मीर में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले रिसार्ट्स में से एक गुलमर्ग में स्थिति सबसे गंभीर है जहां लगभग 1150 होटल कमरों में से, वर्तमान में केवल 50 ही भरे हुए हैं।
 
बुकिंग में यह भारी गिरावट होटल व्यवसायियों और टूर आपरेटरों के लिए एक झटका है, जो इस साल की शुरुआत में बढ़ी दिलचस्पी के बाद एक अच्छे सीजन की उम्मीद कर रहे थे। ALSO READ: अग्‍नि का ताप नहीं सह पाएगा पाकिस्‍तान, हमारी 2000 किमी तक है रेंज, इस प्‍लान से घर में घुसकर मारेगा भारत
 
होटल हिलटाप के महाप्रबंधक अल्ताफ अहमद राथर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि यह हाल के वर्षों में हमने देखा सबसे बुरा समय है। होटल के कर्मचारियों के अनुसार, मंदी के कारण अब लगभग 115 कर्मचारियों को कम कार्यभार का सामना करना पड़ रहा है।
 
होटल के एक कर्मचारी के बकौल, काम की कमी के कारण प्रत्येक कर्मचारी को महीने में 15 दिन आनलाइन ड्यूटी पर आने के लिए कहा गया है। इससे हमारी कमाई पर सीधा असर पड़ेगा। अचानक आई गिरावट को पहलगाम हमले के बाद बढ़ी हुई सुरक्षा चिंताओं से सीधे तौर पर जोड़ा जा रहा है, जिसमें दुखद रूप से पर्यटकों के एक समूह को निशाना बनाया गया था और कई लोग हताहत हुए थे।
 
इस घटना ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के बीच गंभीर चिंता पैदा कर दी है, जिससे बड़े पैमाने पर बुकिंग रद्द हो रही है और नई बुकिंग में बड़ी गिरावट आई है। ALSO READ: आतंकवाद पर अमेरिका पूरी तरह भारत के साथ, पीएम मोदी को पूरा समर्थन
 
जम्मू और कश्मीर पर्यटन विभाग ने पर्यटकों से घबराने की अपील नहीं की है। एक सार्वजनिक अपील में, विभाग ने आश्वासन दिया कि टूरिस्टों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कश्मीर के पर्यटन स्थलों पर सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों को मजबूत किया गया है।
 
पर्यटन कश्मीर की अर्थव्यवस्था के लिए एक जीवन रेखा है, और मौजूदा स्थिति ने दीर्घकालिक प्रभावों की आशंकाओं को जन्म दिया है यदि यह प्रवृत्ति जारी रहती है। स्थानीय हितधारक अब पर्यटन क्षेत्र को वापस पटरी पर लाने के लिए तेजी से सुधार उपायों और बेहतर सुरक्षा विश्वास की उम्मीद कर रहे हैं।
edited by : Nrapendra Gupta