भोले बाबा का फंड मैनेजर था देवप्रकाश मधुकर, सियासी पार्टियों से भी था कनेक्शन
Hathras stampede : हाथरस में सत्संग के बाद भगदड़ से हुई 121 लोगों की मौतों के मामले में गिरफ्तार किए गए देवप्रकाश मधुकर 14 दिन की पुलिस रिमांड पर है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि मधुकर नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के लिए फंड जुटाने का काम करता था। उसके कई सियासी पार्टियों से भी गहरे संबंध थे।
दावा किया जा रहा है कि सत्संग के बाद भगदड़ की जानकारी भी मधुकर ने ही बाबा को दी थी। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने गिरफ्तारी से पहले कुछ राजनीतिक दलों से संपर्क किया था। पुलिस उसकी कॉल डिटेल निकाल ले रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हादसे के बाद उसने किस किस से बात की।
भोले बाबा के 2 जुलाई के सत्संग का मुख्य सेवादार मधुकर पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी में एकमात्र नामजद आरोपी है। पुलिस ने उस पर एक लाख का इनाम रखा था। देव प्रकाश के नाम से भोले बाबा के सत्संग के आयोजन की अनुमति ली गई थी। इसीलिए पुलिस ने उसे मुख्य आरोपी बनाया था। सत्संग के लिए 80 हजार लोगों की अनुमति मांग गई थी जबकि कार्यक्रम में 2 लाख से ज्यादा लोग में आए थे।
मधुकर एटा जिले में मनरेगा योजना में तकनिकी सलाहकार के रूप में काम करता है। सिकंदरा राऊ इलाके के दमादपुरा का रहने वाला मधुकर भोले बाबा का कट्टर अनुयायी है। पहले वह एटा में ही रहता था लेकिन 10 वर्ष पहले वह हाथरस आ गया। यहां वह भोले बाबा की मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम समिति से जुड़ गया। धीरे-धीरे सत्संग आयोजन से जुड़े कार्यों में उसकी लगन को देखते हुए उसे मुख्य सेवादार की जिम्मेदारी मिल गई।
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एक्शन में न्यायिक आयोग : न्यायिक आयोग के अध्यक्ष और उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश बी के श्रीवास्तव ने कहा कि आयोग सार्वजनिक नोटिस जारी कर स्थानीय लोगों से हाथरस भगदड़ मामले की जांच में शामिल होने को कहेगा। लोगों से हाथरस भगदड़ मामले में उनके बयानों के साथ तस्वीरें, वीडियो (यदि कोई हो) सौंपने को कहा जाएगा। आयोग भोले बाबा समेत हर उस व्यक्ति से बात करेगा जिससे हाथरस भगदड़ मामले की जांच के लिए बात करना आवश्यक है।
Edited by : Nrapendra Gupta