बिल्ली के बच्चे को जलाने का वीडियो वायरल, मारने वाले की जानकारी देने वाले को 50 हजार का इनाम, बंदर के साथ ग्रामीणों ने की क्रूरता
नई दिल्ली। पशुओं की सुरक्षा के लिए काम करने वाले गैर सरकारी गठन (एनजीओ) ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशनल (एचएसआई) ने बिल्ली के बच्चे को जलाकर मारने के वायरल हुए वीडियो पर संज्ञान लेते हुए ऐसा कुकृत्य करने वाले के बारे में जानकारी देने वाले को 50 हजार रुपए का इनाम दिए जाने की घोषणा की है। उप्र के पीलीभीत जिले में बंदर के साथ की गई क्रूरता का वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग ने 6 ग्रामीणों को हिरासत में लिया है।
एचएसआई की भारतीय इकाई के प्रबंध निदेशक आलोकपर्णा सेनगुप्ता ने रविवार को कहा कि रात के अंधेरे में एक खेत में बिल्ली के बच्चे को जलाकर मारने का वीडिया ट्विटर पर वायरल हुआ है। लेकिन, यह वीडियो कहां बनाया गया और कौन बिल्ली के बच्चे को जलाकर मार रहा है, इसकी स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसलिए इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाले को संगठन की ओर से 50 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा।
सेनगुप्ता ने कहा कि बिल्ली के असहाय बच्चे को जलाकर मारना मानवता की विफलता को उजागर करता है। ऐसे कुकृत्य पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए। ऐसी मानसिकता वाले व्यक्ति ने इससे पहले कितने पशुओं और लोगों को नुकसान पहुंचाया होगा या बाद में भी कितने को क्षति पहुंचाएगा, इसकी कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि हमने बिल्ली के बच्चे को जलाकर मारे जाने की जानकारी संबंधित अधिकारियों को दे दी है और हमें उम्मीद है कि इसके बारे में छानबीन जल्द शुरू हो जाएगी। यदि इस व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी मिले तो ईमेल ‘इंडिया@एचएसआईडॉटओआरजी’ पर सूचना दें।
बंदर के साथ क्रूरता, 6 लोग हिरासत में : उप्र के पीलीभीत जिले में बंदर के साथ की गई क्रूरता का वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग ने 6 ग्रामीणों को हिरासत में लिया है। डीएफओ संजीव कुमार ने आज यहां यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि एक बंदर के साथ क्रूरता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस मामले में संबंधित वन चौकी को कार्रवाई के निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि यह मामला मरोरी ब्लॉक स्थित मेथी सादुल्लागंज गांव का है। वहां ग्रामीणों ने पहले तो बंदर को पकड़ा और बाद में उसे लाठी-डंडों से हमला कर दिया।
उसके बाद भी जब उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने बंदर के पर काला रंग डाल दिया। गंदा काला रंग बंदर की आंखों में जाने से वह वहीं तड़पने लगा। वहीं कई लोग बंदर की बेबसी का मजाक उड़ाते लगे।
उन्होंने बताया कि इस मामले में उनके निर्देश पर वन विभाग की टीम ने छह ग्रामीणों को हिरासत में लिया। उन्होंने कहा कि वन्य जीव के साथ ऐसी क्रूरता करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। (वार्ता) (प्रतीकात्मक चित्र)