जम्मू कश्मीर में 5 OGW हाइब्रिड आतंकी पकड़े, 600 से ज्यादा की सूची तैयार
जम्मू। पुलिस ने रामबन से 5 ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) हाइब्रिड आतंकियों को गिरफ्तार करने के साथ ही दावा किया है कि प्रदेश में ऐसे करीब 600 हाइब्रिड-ओजीडब्ल्यू आतंकियों की पहचान कर ली है, जिन्हें जल्द ही सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन पांचों को गिरफ्तार करने से पहले इन पर काफी दिनों से नजर रखी जा रही थी। इस बात की पुष्टि हुई कि ये पांचों लश्करे तैयबा के लिए काम कर रहे थे और इनका सीधा संपर्क पाकिस्तान में संगठन के बैठे आकाओं के साथ था।
पीएसए के तहत मामला दर्ज : पुलिस ने इन पांचों के खिलाफ पीएसए के तहत मामला दर्ज किया और अब इन्हें कोट भलवाल जेल में रखा गया है। जानकारी के लिए ओवर ग्राउंड वर्कर आतंकियों को आवश्यक साम्रगी पहुंचाने के साथ-साथ सुरक्षाबलों के घेरे से सुरक्षित निकालने में भी सहयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने 5 व्यक्तियों और उनकी गतिविधियों के डोजियर तैयार किए थे।
अधिकारियों ने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट ने उन पर जन सुरक्षा अधिनियम लगाया और फिर उन्हें हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में लिए गए पांच कथित ओवरग्राउंड वर्कर्स की पहचान फागू डोलीगाम के रहने वाले नजीर अहमद पाला, पोगल कुंडा के मोहम्मद उस्मा बनली, क्रावा के निवासी फिरदौस अहमद खान, तेथर के रहने वाले अब्दुल हमीद खान और गुंड अदलकूट के निवासी इनायतुल्लाह वानी के रूप में हुई है।
विदेशी आतंकियों से मिल रही है मदद : इस बीच, पुलिस के अनुसार कश्मीर घाटी में मौजूदा समय में 600 से ज्यादा हाइब्रिड आतंकी सक्रिय हैं। विदेशी आतंकी इन हाइब्रिड आतंकियों की मदद कर रहे हैं। इनका उद्देश्य प्रवासी मजदूरों और पंडितों को निशाना बनाकर घाटी में दहशत का माहौल बनाना है। सुरक्षाबल और कश्मीर पुलिस लगातार आतंकियों के मंसूबों को नाकाम बनाने में जुटे हैं। पुलिस का कहना था कि उनकी पहचान कर ली है गई है और उन्हें भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
अधिकारियों के मुताबिक, हाइब्रिड आतंकियों की यह भूमिका पिछले 10 महीनों में उजागर हुई है। बताया जाता है कि जो पहले ओवरग्राउंड वर्कर थे जो सक्रिय आतंकियों की मदद करते थे, अब वे सीधे तौर पर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। ये सभी विदेशी और हाइब्रिड आतंकी का गठजोड़ बनाने में अहम भूमिका अदा कर रहे हैं। याद रहे एक दर्जन प्रॉक्सी आतंकी संगठन पिछले दो वर्षों में बने हैं। ये सभी संगठन लगातार विदेशी आतंकियों की मदद कर रहे हैं। इसके जरिये न केवल आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं, बल्कि साजिश भी रच रहे हैं।
हाइब्रिड आतंकियों की सक्रियता देखते हुए खुफिया एजेंसी और सुरक्षाबल भी सक्रिय हो गए हैं। खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां अब इन हाइब्रिड आतंकियों की सूची तैयार कर रही हैं। शोपियां में प्रवासी मजदूरों की हत्या के मामले में हाइब्रिड आतंकियों की नापाक करतूत उजागर हुई है। इसके बाद से एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। कश्मीर में माहौल बिगाड़ने की खुफिया रिपोर्ट सामने आने के बाद से ही सुरक्षाबल सतर्क हो गए हैं। हाइब्रिड आतंकियों की तलाश में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
Edited By: Vrijendra Singh Jhala