जनसभा में राहुल बोले, कांग्रेस मणिपुर के इतिहास, संस्कृति व भाषा की करेगी रक्षा
इंफाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी मणिपुर के इतिहास, संस्कृति तथा भाषा की रक्षा करेगी जिन्हें भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कमजोर कर दिया है। राहुल गांधी ने मणिपुर में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने, एमएसएमई क्षेत्र का पुनरुद्धार करने, राज्य को चावल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने, सिंचाई सुविधाओं में सुधार लाने, फूड पार्क स्थापित करने तथा महिला-नियंत्रित 'इमा बाजार' की संख्या बढ़ाने का भी वादा किया।
उन्होंने इंफाल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा एवं आरएसएस मणिपुर में सम्मान की भावना के साथ नहीं बल्कि श्रेष्ठता की भावना के साथ आते हैं। दूसरी ओर मैं विभिन्न जनजातियों, पहाड़ियों और घाटी से और आप अपनी महिलाओं के साथ किस प्रकार आचरण करते हैं, विनम्रता के साथ सीखने आता हूं।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि हर राज्य को अपनी भाषा, संस्कृति, इतिहास और खुद को देखने का तरीका रखने का समान अधिकार है। दूसरी ओर भाजपा एक विचारधारा, एक भाषा और एक संस्कृति में विश्वास रखती है। भारत इन दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई का सामना कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्य के कुछ नेताओं को अपने आवास पर आमंत्रित किया था और उन नेताओं को अपने जूते उतारने के लिए कहा था, वहीं शाह ने जूते पहन रखे थे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि एक मंत्री ने इसका बचाव करते हुए कहा कि जूते उतारना उनकी संस्कृति है, लेकिन मेहमानों को अपमानित करना मेरी संस्कृति नहीं है। वे हमारी संस्कृति और परंपराओं पर हमला कर रहे हैं। राहुल ने कहा कि भाजपा दावा करती है कि उसने शासन को दरवाजे तक ला दिया है, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में एडीसी चुनाव नहीं कराकर उन्होंने लोकतांत्रिक परंपराओं पर हमला किया है।
उन्होंने कहा कि आपके भविष्य को बर्बाद करने के लिए ताड़ (के तेल) बागानों की योजना बनाई जा रही है। इनसे चंद बड़े कारोबारियों को ही फायदा होगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कोविड-19 महामारी के दौरान मणिपुर में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी के कारण हजारों लोगों की मौत हो गई थी और यह राज्य उन प्रदेशों में है, जहां टीकाकरण सबसे कम हुआ है।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) ने मणिपुर में छोटे और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को काफी प्रभावित किया है। हम बागवानी में एमएसपी की गारंटी देंगे। हम मणिपुर को चावल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं और सिंचाई सुविधाओं में सुधार करना चाहते हैं। कांग्रेस एमएसएमई क्षेत्र का पुनरुद्धार करेगी और छोटे कारोबारियों का समर्थन और रक्षा करेगी, खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों पर ध्यान केंद्रित करेगी और फूड पार्क स्थापित करेगी। उत्तरप्रदेश, मणिपुर से बड़ा है लेकिन हमारे लिए दोनों राज्य समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।