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Last Updated :इंदापुर (महाराष्ट्र) , सोमवार, 7 अक्टूबर 2024 (15:14 IST)

BJP को महाराष्ट्र चुनाव से पहले लगा झटका, हर्षवर्धन पाटिल राकांपा (एसपी) में शामिल

BJP को महाराष्ट्र चुनाव से पहले लगा झटका, हर्षवर्धन पाटिल राकांपा (एसपी) में शामिल - Harshvardhan Patil joins NCP (SP)
Harshvardhan Patil joins NCP (SP): महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री हर्षवर्धन पाटिल (Harshvardhan Patil) भारतीय जनता पार्टी (BJP) छोड़ने के कुछ दिनों बाद सोमवार को विपक्षी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार (NCP SP) में शामिल हो गए। पाटिल को पार्टी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में राकांपा (एसपी) में शामिल किया गया।ALSO READ: महाराष्ट्र सरकार ने देसी गायों को राज्यमाता - गोमाता किया घोषित
 
पाटिल ने कहा कि उनके समर्थक चाहते हैं कि वे महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव में इंदापुर सीट (पुणे जिले में) से लड़ें, जहां से वे पहले प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक दल से अधिक लोग महत्वपूर्ण हैं। पाटिल वर्तमान में राष्ट्रीय सहकारी चीनी मिल संघ के अध्यक्ष हैं। उन्होंने पिछले सप्ताह भाजपा छोड़ दी थी।
 
इंदापुर बारामती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। पाटिल ने तीन अक्टूबर को मुंबई में राकांपा (एसपी) प्रमुख से मुलाकात की और उसके बाद कहा कि पवार ने उनसे अपनी पार्टी में शामिल होने तथा आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का आग्रह किया।ALSO READ: PM मोदी ने महाराष्ट्र को दी 11200 करोड़ की सौगात, कई परियोजनाओं का किया उद्घाटन और शिलान्यास
 
अटकलें लगाई जा रही थीं कि पटिल पार्टी बदल सकते हैं, खासकर जब से राकांपा के नेता और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा था कि पिछले बार जो सीट जीते थे उन्हें चुनाव लड़ाया जाएगा। इंदापुर से चार बार विधायक चुने जा चुके पाटिल इस सीट से फिर से चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक हैं।
 
इस सीट का प्रतिनिधित्व भाजपा की गठबंधन सहयोगी राकांपा करती है, जो इस बार फिर से मौजूदा विधायक दत्तात्रेय भरणे को मैदान में उतार सकती है। हर्षवर्धन पाटिल 1995-99 के दौरान शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार में कृषि और विपणन राज्य मंत्री रहे। उन्होंने 1995 का विधानसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीता।ALSO READ: महाराष्ट्र में कब होंगे विधानसभा चुनाव? आयोग ने बताई डेडलाइन
 
वे 1999 से 2014 तक कांग्रेस-राकांपा गठबंधन सरकार के दौरान मंत्री पद पर रह चुके हैं। वे 2009 में कांग्रेस में शामिल हुए और सहकारिता और विधाई मामलों के मंत्री बनाए गए।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta
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