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इंदौरी स्वाद की विरासत को सहेजने वाले साथियों का सम्मान

इंदौरी स्वाद की विरासत को सहेजने वाले साथियों का सम्मान - Indore food culture
7 जनवरी 2018 को इंदौर में शहर की प्रमुख संस्थाओं जैविक सेतु,नवदान्या,जिम्मी मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवेलपमेंट, इति आख्यान, विनायक आर्गेनिक फार्म ने मिलकर इंदौर शहर के चुनींदा स्वाद उद्यमियों का सम्मान किया।

यह सम्मान उन्हें इंदौरी स्वाद की महकती परंपरा को बनाए रखने, इस विरासत को इतने बरसों में सहेजने तथा शुद्धता व गुणवत्ता को कायम रखने के लिए दिया गया। इंदौर की स्वाद संस्कृति की पहचान देश-विदेश में है और इस पहचान को निरंतर निखार देने में इन स्वाद उद्यमियों का बड़ा योगदान है। विशेष बात यह रही कि यह सम्मान उन्हें सुविख्यात पर्यावरणविद् डॉ. वंदना शिवा के हाथों मिला जो देश भर में अन्न स्वराज की हमारी पुरातन संस्कृति को पुनः स्थापित करने में लंबे समय से प्रयासरत हैं।  
 
इस कार्यक्रम की संयोजक डॉ. जनक पलटा मगिलिगन ने स्वागत उद्बोधन में कहा 'इंदौर शहर में भारतीय पारम्परिक व्यंजनों के स्वाद की परंपरा को सदियों से जीवित व समृद्ध कर रहे सराफा व अन्य प्रतिष्ठानों के खानपान विरासत के पुरोधाओं का हम सम्मान कर रहे हैं। इन्होंने मालवा के स्वाद, शुद्धता और सुगंध को एक साथ समेटकर बरसों से इंदौर की गलियों को गुलज़ार रखा है। इन्दौरी आतिथ्य की स्वाद परंपरा का निर्वहन किया है अत: इन विभूतियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित करते हुए हम गौरवान्वित हैं। 
 
डॉ. जनक ने कहा कि इस सम्मान के साथ अब स्वाद और शुद्धता के लिए आपका दायित्व और अधिक बढ़ गया है। मेरा आह्वान है कि आप सभी जैविक सेतु से अत्यंत विशुद्ध सामग्री खरीद कर ही अपने सुस्वादिष्ट व्यंजन तैयार करें। साथ ही पर्यावरण की स्वच्छता और शहरवासियों की सेहत के लिए प्लास्टिक का बहिष्कार करना होगा। प्लास्टिक के चम्मच व डिस्पोजेबल प्लेट-कटोरी के स्थान पर प्राचीन पद्धति के पत्तल-दोने का
उपयोग कर सकते हैं। 
 
इस अवसर पर मुख्य अतिथि विश्वविख्यात पर्यावरणविद डॉ. वन्दना शिवा ने सभी को फ़ूड सेफ्टी बिल की जानकारी से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि फ़ूड हाइजीन के नाम से मल्टीनेशनल कम्पनीज हमारे पारम्परिक खानों और बाजारों पर आक्रमण न कर सकें इसकी तैयारी हमें ही रखनी होगी। डॉ. वंदना ने ऑर्गेनिक अन्न व कच्ची घानी के तेल का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया। 
 
इस आयोजन में अमरीश केला, प्रीति केला,रश्मि जोशी, गौतम कासलीवाल व जैविक सेतु परिवार के सभी लोगों की उपस्थिति में अभिनंदन पत्र भेंट किए गए। सम्मानित स्वाद उद्यमियों ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि पहली बार इस तरह हम लोगों का सम्मान किया गया है, वैसे हमारा जो सम्मान स्वाद प्रेमियों के दिल में है उसका भी हम आभार व्यक्त करते हैं।    
 
 सम्मानित नाम इस प्रकार हैं.... 
 
1) माहेश्वरी भेल, गोपाल कोठारी,  मल्हारगंज 
2) प्रसिद्ध कचोरी भंडार, बद्रीलाल शर्मा, मौलाना आजाद मार्ग 
3) विजय चाट हाउस, कीर्तिभाई ठाकर, राजबाड़ा 
4) शिवगिरी मिठाई, राम जी गुप्ता,  बड़ा सराफा 
5) श्री सांवरिया फरियाली केंद्र, ओम प्रकाश व्यास, बड़ा सराफा 
6) जय भोले जलेबी भंडार, दिनेश व्यास, बड़ा सराफा 
7) भेरुनाथ रबड़ी, उदयशंकर व्यास, बड़ा सराफा 
8) जोशी दही बडा, ओमप्रकाश जोशी, बड़ा सराफा 
9) प्रकाश गराडू भंडार, बी.सी.अग्रवाल, 
10) रवि अल्पाहार, उषादेवी रोडवाल, नगर निगम इंदौर 
11) घनश्याम चाट हाउस, घनश्याम शर्मा, चौक, कपडा बाजार 
12) सर्व फलाहारी मिष्ठान भंडार, विनय नागोरी, बड़ा सराफा 
13) अग्रवाल आइसक्रीम और मिठाई, महेश अग्रवाल, बड़ा सराफा 
14) सुंदरम समोसा कॉर्नर, नरेंद्रजी,  बाज़ार राजबाड़ा, 
15) शीतल गजक एवं कुल्फी भंडार, पुरुषोत्तम जी सैनी, छावनी, 
16) समोसा कॉर्नर, इंद्र कुमार मित्तल, राजबाड़ा
17) कचोरी कॉर्नर, विजय जी मित्तल,  राजबाड़ा 
18) घंटेवाला टिकिया केंद्र, सराफा
19) नेमा कुल्फी सराफा
20) प्रकाश कुल्फी सराफा
21) प्रशांत पोहे, राजबाड़ा
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