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  4. After the students uproar at VIT a professor has died.
Last Modified: बुधवार, 26 नवंबर 2025 (18:38 IST)

VIT में छात्रों के बवाल के बाद अब प्रोफेसर की मौत, कांग्रेस ने मामले की जांच की मांग

Students protest at VIT Sehore
सीहोर में वीआईटी कॉलेज में दूषित पानी और खराब खाने को लेकर भड़के छात्रों के हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। प्रोफेसर संग्राम केसरी दास की मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति प्रोफेसर का शव लेकर जिला अस्पताल पहुंचा और फिर वहां से चला गया. पुलिस को कई घंटों तक मृतक की पहचान करने में मशक्कत करनी पड़ी. कई घंटों के प्रयासों के बाद ही उनकी पहचान संग्राम केसरी दास के रूप में हो सकी।
 
इसके पहले मंगलवार रात दूषित पानी पीने के कारण वीआईटी यूनिवर्सिटी के कई छात्रों की तबीयत बिगड़ने  के बाद छात्र बड़ी संख्या में कैंपस में जमकर  हंगामा किया था और गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की थी। वहीं बुधवार दिन में भी छात्रों ने जमकर हंगामा और आगजनी की थी। इसके बाद यूनिवर्सिटी कैंपंस में रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात करना पड़ा  था। वहीं हंगामे के बाद यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने 5 दिन की छुट्टी कर दी है छात्र अपने-अपने घर जा रहे हैं।
 
वहीं पूरे मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि घटना अत्यंत चिंताजनक है. बच्चों को स्वच्छ पानी और शुद्ध भोजन उपलब्ध न होना निंदनीय है. सरकार को इस पूरे मामले की निष्पक्ष जाँच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
 
वहीं कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI ने वीआईटी  में छात्रों के साथ लगातार हो रही अव्यवस्था, दूषित भोजन से सैकड़ों छात्रों के बीमार होने, छात्रावासों में कुप्रबंधन, प्रशासन द्वारा शिकायतों की अनदेखी तथा पूर्व में भी धार्मिक स्वतंत्रता में हस्तक्षेप, पानी की समस्या और अवैध फीस वसूली जैसी गंभीर घटनाओं को लेकर एनएसयूआई ने निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग से कार्रवाई की मांग की।

एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार एवं जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर के नेतृत्व में एनएसयूआई के प्रतिनिधि मंडल ने निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के चेयरमैन खेमसिंह डेहरिया से मुलाकात की।  प्रतिनिधि मंडल ने वीआईटी विश्वविद्यालय सीहोर में हुई घटनाओं का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कर विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच समिति गठित करने और जरूरी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की। प्रतिनिधि मंडल में भोपाल जिला के उपाध्यक्ष लक्की चौबे अमित हाटिया धीरज वर्मा नितिन तोमर अभय रामभक्त राजवीर सिंह शामिल थें। 
 
 
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