बाजार में छाया नकली एपल आईफोन 4एस
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आशीष अस्टोनकर एपल आईफोन की दमदार परफार्मेंस व बेहतर क्वालिटी के कारण दुनिया भर में इसके दीवाने कम नहीं हैं। भारत में अभी एपल आईफोन 4एस कोक्रिसमस के बाद लांच किया जाएगा। यह इससे पहले ही इंदौर के ग्रे मार्केट में पहुंच चुका है। चीनी कंपनियों ने हूबहू असली एपल फोन जैसे आईफोन 4एस को बाजार में पहुंचा दिया है। एपल की दीवानगी ही लोगों को इस जालसाजी का शिकार होने का सबसे बड़ा कारण बन रही है। जेल रोड स्थित नॉवेल्टी बाजार के साथ कई दुकानों में एपल आईफोन 4एस की बिक्री की जा रही है। इसमें लॉक खोलने का दावा भी किया जा रहा है। करीब 35 से 40 हजार से ज्यादा की कीमत पर यह असली आईफोन 4एस भारत में क्रिसमस के बाद ही मिलेगा। इन दुकानों पर ये 16 जीबी का फोन महज 20 से 22 हजार रूपए में बेचा जा रहा है। बिना बिल में असली फोन लेने की चाह ही लोगों की परेशानी का सबब बन रही है। लांचिंग के पहले ही स्मॉर्टफोन : इन बाजारों में एपल व अन्य कंपनियों के फोन खरीदने से पहले आप थोड़ा सावधान हो जाइए। एपल के नकली आईफोन में 'सिरी' नामक सॉफ्टवेयर नहीं होता। कई दुकानों पर एपल के 4एस के विज्ञापन भी लगाकर इसे ओरिजनल स्टोर की शक्ल दी गई है, जबकि देश के कुछ ही शहरों में एपल के ओरिजनल स्टोर मौजूद हैं।
एपल के साथ यहां ब्लैकबेरी से लेकर नोकिया तक के सभी मोबाइल फोन के आने वाले मॉडल व महंगे स्मॉर्ट फोन आसानी से बिक रहे हैं। इसमें ब्लैकबेरी के कुछ ऐसे फोन भी हैं जिनकी कीमत 10 हजार से अधिक है लेकिन यहां ये महज 2 से 5 हजार की कीमत में मिल रहे हैं। भारत में नहीं आया आईफोन 4एस : एपल फोन के विक्रेता नीर ट्रेडलिंक्स के निदेशक विवेक जैन कहते हैं कि आईफोन 4एस को अक्टूबर में लांच किया गया है। अब तक आईफोन 4एस को अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, जापान और ब्रिटेन में बिक्री के लिए पेश किया गया है। अक्टूबर के बाद यह अन्य 22 देशों में उपलब्ध हो सकेगा और वर्ष के अंत तक अन्य देशों में इसकी पहुंच होगी। भारत में संभवतः यह क्रिसमस के बाद ही लांच हो सकेगा। वे कहते हैं कि आईफोन 4एस देखने में आईफोन 4 जैसा ही है लेकिन इसके हार्डवेयर में काफी अंतर है। अभी तक बाजार में कई थ्री जी फोन हैं लेकिन यह एक 4जी फोन होगा। आईफोन 4एस में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का फीचर दिया गया है और सिरी सॉफ्टवेयर है जो एप्पल का कॉपीराइट सॉफ्टवेयर है। जिसकी मदद से आप बोल कर कॉल, ई-मेल और मैसेज सहित तक कर सकते हैं। ऐसे शुरू होती है धोखाधड़ी : मोबाइल एक्सपर्ट महेश जैन कहते हैं कि ग्रे मार्केट में बिकने वाले फोन पर किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं दिया जाता है। जिसके चलते कानूनी तौर पर आयात करने वाले मोबाइल फोन से यह कई गुना सस्ते पड़ते हैं। चीन में कुछ एजेंट होते हैं जो उन्हें नए मोबाइल कहां बन रहे हैं और किस तरह से उन्हें असली मोबाइल की तरह पैकेज और बाजार में बेचा जा रहा है, इसकी जानकारी देते रहते हैं। इन्हें हासिल कर उपभोक्ताओं को असली फोन से कम दामों में बेचा जाता है। कई बार तो बिलकुल असली मोबाइल की कीमत पर ही बेचा जाता है।