IPL-10: धोनी और सुंदर के कमाल से पुणे फाइनल में
धोनी और मनोज तिवारी
मुंबई। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर महेन्द्र सिंह धोनी की पांच छक्कों से सजी नाबाद 40 रन की निर्णायक पारी और युवा आफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर के 16 रन पर तीन विकेट के करिश्माई प्रदर्शन की बदौलत राइजिंग पुणे सुपर जाएंट्स ने दो बार के चैंपियन मुंबई इंडियंस को मंगलवार को पहले क्वालिफायर में 20 रन से शिकस्त देकर आईपीएल 10 के फाइनल में प्रवेश कर लिया।
पुणे की टीम पहली बार आईपीएल के फाइनल में पहुंची है। पुणे ने चार विकेट पर 162 रन का लड़ने लायक स्कोर बनाने के बाद मुंबई को 9 विकेट पर 142 रन पर रोक दिया। सुंदर को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया।
पुणे ने इस जीत के साथ 21 मई को होने वाले फाइनल में जगह बना ली है जबकि मुंबई के पास इस हार के बावजूद फाइनल में पहंचने का एक और मौका बाकी है। मुंबई को सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच एलमिनिटेर के विजेता से दूसरे क्वालिफायर में भिड़ने का मौका मिलेगा और दूसरे क्वालिफायर को जीतने वाली टीम फाइनल में पुणे से भिड़ेगी।
पुणे की इस शानदार जीत का श्रेय जाता है सीएसके पूर्व कप्तान धोनी को, जिन्होंने अंतिम दो ओवरों में चार छक्कों सहित नाबाद 40 रन की बेशकीमती पारी खेली जिसकी बदौलत पुणे की टीम चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंच सकी।
मुंबई की मजबूत बल्लेबाजी को ध्वस्त करने का काम किया 17 साल के युवा आफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर ने जिन्होंने चार ओवर में मात्र 16 रन देकर कप्तान रोहित शर्मा (1), अंबाटी रायुडू (शून्य) और कीरोन पोलार्ड (7) के विकेट झटककर मुंबई की उम्मीदों को तोड़ दिया।
इससे पहले लेंडल सिमंस मात्र पांच रन बनाकर आउट हो गए। पार्थिव पटेल ने 40 गेंदों पर तीन चौकों और तीन छक्कों की मदद से 52 रन बनाकर एकतरफा संघर्ष किया लेकिन टीम मुकाबले में वापस नहीं लौट पाई। शार्दुल ठाकुर ने पटेल को आउट कर मुंबई का बचा खुचा संघर्ष समाप्त कर दिया।
हार्दिक पांड्या ने 14, क्रुणाल पांड्या ने 15 ,मिशेल मैकक्लेनेगन ने 12 और जसप्रीत बुमराह ने नाबाद 16 रन बनाए। सुंदर के तीन विकेट के अलावा ठाकुर ने 37 रन पर तीन विकेट लिये जबकि जयदेव उनादकट और लौक्यू फर्ग्यूसन को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने सिक्का जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला लिया। ओपनर अजिंक्य रहाणे (56) और मनोज तिवारी ( 58) के अर्धशतकों तथा महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 40) के पांच छक्कों की बदौलत राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स ने चार विकेट पर 162 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बना लिया था।
रहाणे ने 43 गेंदों पर 56 रन में पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि तिवारी ने 48 गेंदों पर 58 रन में चार चौके और दो छक्के लगाए। रहाणे और तिवारी ने तीसरे विकेट के लिए 10.5 ओवर में 80 रन की साझेदारी की। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 26 गेंदों पर पांच छक्कों की मदद से नाबाद 40 रन ठोंके।
पुणे ने 19वें ओवर में 26 रन बटोरे जिसकी बदौलत टीम 150 का स्कोर पार करने में कामयाब रही। धोनी ने मिशेल मैकक्लेनेगन के इस ओवर में दो छक्के मारे जबकि तिवारी ने एक छक्का और एक चौका लगाया। यह ओवर कुल नौ गेंदों का रहा, जिसमें दो वाइड और नोबॉल भी शामिल थी।
पारी के आखिरी ओवर में जसप्रीत बुमराह की गेंदों पर 15 रन पड़े, जिसमें धोनी ने दो छक्के मारे। अंतिम दो ओवरों के 41 रन ने पुणे को लड़ने लायक स्कोर दे दिया। वरना एक समय यहां तक पहुंचना ही मुश्किल लग रहा था।