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Last Updated : सोमवार, 15 मई 2017 (22:15 IST)

IPL-10: युवा रहे हिट, गेल और एबीडी 'सुपर फ्लॉप'

IPL-10: युवा रहे हिट, गेल और एबीडी 'सुपर फ्लॉप' - IPL-10: Youth player hit,  stars flop
नई दिल्ली। आईपीएल-10 के लीग चरण में सबसे ज्यादा चर्चा का केंद्र भारत के युवा खिलाड़ियों का धमाकेदार प्रदर्शन और क्रिस गेल तथा एबी डीविलियर्स जैसे सुपर  स्टारों का सुपर फ्लॉप  प्रदर्शन रहा।
        
कल आईपीएल-10 का लीग चरण समाप्त हो गया और चार टीमें मुंबई इंडियन्स, राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स, कोलकाता नाइटराइडर्स और गत चैंपियन सनराइजर्स हैदराबाद प्लेऑफ में पहुंच गई। आईपीएल के लीग चरण में भारत के युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान आकर्षित किया। 
        एबी डीविलियर्स सुपर फ्लॉप 
इस चरण में गेल और डीविलियर्स का सुपर फ्लॉप प्रदर्शन यह भी साबित कर गया कि टीमों को बड़े सितारों पर ज्यादा निर्भर नहीं रहना चाहिए। दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला और इमरान ताहिर ने अपने प्रदर्शन से फ्रेंचाइजियों को करारा जवाब दिया, जिन्होंने उन्हें आईपीएल नीलामी में खरीदने लायक नहीं समझा था। लीग चरण में बाहर हुई चार टीमों में गत उपविजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का प्रदर्शन सबसे अधिक निराशाजनक रहा और यह टीम आठवें तथा अंतिम स्थान पर रही।
          जसप्रीत बुमराह हिट
भारत के युवा खिलाड़ियों संजू सैमसन, रिषभ पंत, श्रेयस अय्यर, जयदेव उनादकट, सिद्धार्थ कौल और जसप्रीत बुमराह ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम बेशक प्लेऑफ में नहीं पहुंच पायी लेकिन संजू सैमसन ने 14 मैचों में 386 और रिषभ पंत ने 14 मैचों में 366 रन बनाकर भविष्य के लिए उम्मीद बंधाई। पंत की 97 रन की पारी बेहद लाजवाब रही। 
                 
दिल्ली के ही एक अन्य बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने 12 मैचों में 338 रन बनाए और उनका सर्वाधिक स्कोर 96 रन रहा। दिल्ली के इन तीन युवा बल्लेबाजों को यदि अपने सीनियर का अच्छा सहयोग मिला होता तो यह टीम प्लेऑफ में पहुंच सकती थी।
         संजू सैमसन
पंत और सैमसन के प्रदर्शन से टीम के मेंटर और पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने एक मैच के बाद खुद दोनों का इंटरव्यू कर दिया। भारत के लिए एक ट्वंटी 20 मैच खेल चुके 19 साल के विकेटकीपर बल्लेबाज पंत को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पांच रिजर्व खिलाड़ियों में भी रखा गया है और अभी से उन्हें महेंद्र सिंह धोनी का उत्तराधिकारी माना जा रहा है।
        नीतीश राणा
दो बार के चैंपियन मुंबई के एक बार फिर प्लेऑफ में पहुंचने और लीग तालिका में शीर्ष पर रहने में दिल्ली के 23 वर्षीय बल्लेबाज नीतीश राणा का काफी योगदान रहा जिन्होंने 13 मैचों में 333 रन बनाए। राणा ने 126.13 के स्ट्राइक रेट से जबरदस्त बल्लेबाजी की और तीन अर्धशतक भी बनाए। पुणे के 26 साल के राहुल त्रिपाठी का प्रदर्शन भी सराहनीय रहा और उन्होंने 12 मैचों में 388 रन बनाए।
        
25 साल के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट भारत के लिए आखिरी बार वनडे में 2013 और ट्वंटी 20 में 2016 में खेले थे। लेकिन इस आईपीएल में उन्होंने पुणे के लिए खेलते हुए 10 मैचों में 21 विकेट हासिल किए और सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में वह भुवनेश्वर कुमार (25 विकेट) के बाद दूसरे स्थान पर हैं।
         
हैदराबाद टीम के तेज गेंदबाज सिद्धार्थ कौल ने नौ मैचों में 16 विकेट और साथ ही अपनी तेजी से सभी को प्रभावित किया। पंजाब के 23 साल के तेज गेंदबाज संदीप शर्मा ने 13 मैचों में 17 विकेट लिए। मुंबई के जसप्रीत बुमराह ने 13 मैचों में 15 विकेट हासिल किए।
        
आईपीएल-10 में सुपर स्टारों ने यदि किसी ने सबसे ज्यादा निराश किया तो वह यूनिवर्सल बॉस गेल और 360 डिग्री के बल्लेबाज कहे जाने वाले डीविलियर्स रहे। गेल ने नौ मैचों में मात्र 200 रन और डीविलियर्स ने नौ मैचों में 216 रन बनाए। बेंगलुरु के टूर्नामेंट में फिसड्डी रहने का सबसे बड़ा कारण ये  दो बल्लेबाज हैं। पंजाब के कप्तान ग्लेन मैक्सवेल ने भी निराश किया और 14 मैचों में 310 रन ही बना सके। मैक्सवेल की कप्तानी भी बढ़िया नहीं रही।

 
         हाशिम अमला 10 मैचों में दो शतक
हाशिम अमला की टीम पंजाब प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाई लेकिन उन्होंने 10 मैचों में दो शतकों सहित 420 रन बनाए। पुणे के लिए खेल रहे ताहिर ने 12 मैचों में 18 विकेट लिए और वह सर्वाधिक विकेट लेने में तीसरे स्थान पर हैं। इन दोनों ही खिलाड़ियों को नीलामी में नहीं खरीदा गया था और कुछ खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण इन्हें अंतिम समय में टीम में शामिल किया गया था।
          
अफगानिस्तान के लेग स्पिनर राशिद खान ने अपनी एक अलग छाप छोड़ दी। हैदराबाद की ओर से खेल रहे राशिद ने 13 मैचों में 17 विकेट हासिल किए। लीग चरण समाप्त होने के बाद हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर 604 रन बनाकर सबसे आगे हैं जबकि उनके ही टीम साथ भुवनेश्वर कुमार 25 विकेट लेकर गेंदबाजों में सबसे आगे हैं।
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