FIFA WC 2018 : बेल्जियम-इंग्लैंड के बीच 'अजीब' होगा आखिरी मैच
सेंट पीटर्सबर्ग। इंग्लैंड और बेल्जियम फीफा विश्व कप के लिए पहले ही क्वालीफाई कर चुकी हैं और ग्रुप 'जी' के अपने आखिरी मुकाबले में गुरुवार को एक-दूसरे के सामने होंगी। हालांकि यह अजीब है कि अन्य टीमों के समीकरण देखते हुए दोनों के लिए ही जीत दर्ज कर शीर्ष पर पहुंचना फायदेमंद नहीं होगा।
बेल्जियम के मिडफील्डर मारुने फेलानी ने भी माना कि गुरुवार को सेंट पीटर्सबर्ग में उनका मैच कुछ अजीब होगा। ग्रुप चरण में आमतौर पर टीमें सभी मैच जीतकर शीर्ष पर रहने की कोशिश करती हैं लेकिन इंग्लैंड और बेल्जियम के लिए इस बार शीर्ष स्थान फायदेमंद नहीं माना जा रहा है। बेल्जियम के कोच रॉबर्टो मार्टिनेज और इंग्लैंड के गैरेथ साउथगेट हालांकि इन समीकरणों से इंकार कर रहे हैं।
ग्रुप 'जी' में इंग्लैंड 2 मैचों में दोनों जीतकर 6 अंकों के साथ शीर्ष पर है जबकि बेल्जियम भी दोनों मैच जीत चुकी है और दूसरे नंबर पर है। दोनों टीमों के बीच आखिरी ग्रुप मैच परिणाम के लिहाज से अहम नहीं है इसलिए दोनों ही टीमों के बीच अपने-अपने सीनियर खिलाड़ियों को इस मैच में आराम दे सकते हैं।
बेल्जियम और इंग्लैंड ने ट्यूनीशिया और पनामा को हराकर अंतिम-16 में जगह बनाई है। इंग्लैंड की मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए खेलने वाले फेलानी ने कहा कि मुझे लगता है कि यह रोमांचक मैच होगा। दोनों टीमें क्वालीफाई कर चुकी हैं और यह कुछ अजीब मैच होगा। मार्टिनेज ने भी संकेत दिए हैं कि वे इस मैच में बड़े बदलाव करेंगे लेकिन उम्मीद है कि डिफेंडर जॉन वेर्टोनघेन, विंगर थॉमस मियुनाएर और मिडफील्डर केविन डी ब्रुएन इस मैच से बाहर रहेंगे जिन्हें 1-1 येलो कार्ड मिल चुका है।
पनामा को 6-1 से हराने वाली इंग्लैंड के कोच साउथगेट ने हालांकि इंग्लिश कप्तान हैरी केन को आराम देने से इंकार किया। हैरीकेन ने 2 मैचों में 5गोल किए हैं जिसमें पनामा के खिलाफ उनकी हैट्रिक भी शामिल है। ग्रुप 'जी' में बेल्जियम या इंग्लैंड में जो भी शीर्ष पर रहती है उसे ग्रुप 'एच' की दूसरे नंबर की टीम से भिड़ना होगा जिसमें कोलंबिया, सेनेगल या जापान हो सकती हैं। लेकिन क्वार्टर फाइनल में उसका मैच जर्मनी या ब्राजील से हो सकता है, जो दोनों टीमों के लिए चिंता की बात है।
बेल्जियम और इंग्लैंड के बीच मेजर टूर्नामेंट में यह चौथा मुकाबला होगा। उन्होंने इससे पहले ग्रुप चरण मैचों में 2 बार ड्रॉ खेले हैं जबकि वर्ष 1990 के विश्व कप में इंग्लैंड ने अंतिम-16 मैच में अतिरिक्त समय में गोल से 1-0 से जीत दर्ज की थी। (भाषा)