भोपाल। कोरोना संक्रमण से बचने के सबसे बड़े हथियार माने जाने वाली वैक्सीन के स्लॉट बुक करने के लिए अब सोशल मीडिया एप से लेकर जालसाज तक सक्रिय हो गए है। प्रदेश के बैतूल में वैक्सीनेशन के लिए स्लॉट बुक करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ वहीं सोशल मीडिया पर टेलीग्राम (Telegram) और पेटीएम (paytm) के जरिए वैक्सीनेशन के स्लॉट उपलब्ध होने और बुकिंग के अलर्ट भेजे जाने के मैसेज वायरल हो रहे है।
बैतूल में वैक्सीनेशन स्लॉट बुक करने वाला गिरोह-वैक्सीन की स्लॉट बुक करने की मरामारी में लोग जाने अनजाने ठगी का शिकार भी हो रहे है। प्रदेश के बैतूल में वैक्सीनेशन का स्लॉट बुक करने के नाम पर लोगों से वसूली किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जालसाज 18-44 साल के आयु वाले लोगों के लिए टीकाकरण का स्लॉट बुक करने के लिए पैसे वसूल रहे थे। वैक्सीन स्लॉट एविलेबल नाम के व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिए लोगों से 800 रुपए लेकर स्लॉट बुकिंग की जा रही थी। वैक्सीन के नाम पर फर्जीवाड़े का यह पूरा खेल ऑनलाइन चल रहा था।
बैतूल जिले के जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर अरविंद भट्ट ने गंज पुलिस थाने में शिकायत की कि उन्हें कोविन ऐप पर वैक्सीन स्लॉट बुक करने की शिकायत मिली है। टीकाकरण अधिकारी डॉ भट्ट ने पुलिस को शिकायत में बताया था कि टीकाकरण के रजिस्ट्रेशन के नाम पर बैतूल में हितग्राहियों से स्लॉट बुक कराने के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। शिकायत के अनुसार टीकाकरण के लिए वैक्सीन स्लॉट एविलेबल नाम से व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाकर 800 रुपए लेकर ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग किए जाने का वाट्सऐप के माध्यम से विज्ञापन जारी किया गया था।
जिला टीकाकरण अधिकारी की शिकायत के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई। पुलिस ने वाट्सएप ग्रुप की जानकारी लेकर खपरिया गांव के रहने वाले आरोपी दिनेश कलमे, चिचोली गांव के रहने वाले नरेन्द्र यादव को गिरफ्तार कर लिया।
बैतूल एसपी सिमाला प्रसाद के मुताबिक दोनों आरोपी दुकान में काम करते हैं।आरोपियों ने खुद के एंड्राइड मोबाइल से वाट्सएप ग्रुप बनाकर टीकाकरण के लिए स्लॉट बुकिंग का काम चालू कर दिया था। आरोपियों ने 15 से 20 लोगों से पैसे लेकर स्लाट भी बुक किए थे। आरोपी पहले से ही स्लॉट बुक करने तैयारी करके रखते थे और पोर्टल खुलते ही बुक कर देते थे। पुलिस आरोपियों से और पूछताछ कर रही है।
आरोपियों ने टीकाकरण के लिए कितने लोगों से स्लाट बुक किए थे और इसके पीछे क्या कोई बड़ा गिरोह था इसकी भी जांच पुलिस कर रही है। 18 से 44 वर्ष के युवाओं को वैक्सीन लगाने पंजीयन के नाम व्हाट्सएप ग्रुप पर 800 रुपए लिए जाने के मामले में खुलासा कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
वैक्सीनेशन स्लॉट अलर्ट का मामला- वहीं इन दिनों टेलीग्राम और पेटीएम के जरिए वैक्सीनेशन स्लॉट का अलर्ट जल्दी मिलने का मैसेज तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि इसके जरिए लोगों को वैक्सीनेशन स्लॉट खुलने और स्लॉट की उपलब्धता की जानकारी जल्दी मिल रही है। इसके साथ मध्यप्रदेश में शाम को वैक्सीनेशन स्लॉट ओपन होने की अफवाह भी तेजी से फैल रही है।
वैक्सीनेशन से जुड़े सबसे बड़े अफसर से सीधी बातचीत- वैक्सीनेशन के स्लॉट बुक करने को लेकर इन सभी मामलों को लेकर वेबदुनिया ने सीधे मध्यप्रदेश के राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर संतोष शुक्ला से बात की। वेबदुनिया से बातचीत में राज्य टीकाकरण अधिकारी कहते हैं कि लोगों वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन के लिए किसी भी प्रकार से दिग्भम्रित नहीं हो। टेलीग्राम या पेटीएम या अन्य कोई एप के जरिए अलर्ट भेजे जाने और शाम को वैक्सीनेशन का स्लॉट बुक करने की जो भी खबरें सामने आ रही है वह पूरी तरह अफवाह है।
वह लोगों से अपील करते हैं कि इस तरह की किसी भी अफवाह में न पड़े। पूरे प्रदेश में www.cowin.gov.in पोर्टल निश्चित समय सुबह 9 से 11 बजे के बीच ही खुलता है और वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन और स्लॉट बुक करने के लिए यहीं एक मात्र आधिकारिक साइट है। वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन और स्लॉट बुक करने के बाद आपको बकायदा मैसेज (SMS) के माध्यम से सूचना भेजी जाती है जिसमें निश्चित तारीख, निश्चित स्थान और निश्चित समय के जानकारी दी जाती है।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर संतोष शुक्ला लोगों से अपील करते हैं कि वह किसी भी एप, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या अन्य किसी व्यक्ति के झांसे में नहीं आए है। वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन के लिए सरकार के आधिकारिक www.cowin.gov.in पर ही रजिस्ट्रेशन कराए।
गौरतलब है कि 18 से 44 साल के लोगों को वर्तमान में कोरोना का टीका लगाने के लिए पहले कोविन पोर्टल या अरोग्य सेतु एप से रजिस्ट्रेशन करना होता है। कोविड टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिए स्लॉट बुक करने वाले लोगों को ही लगाया जाता है।
स्लॉट बुक करने की मरामारी- बैतूल में स्लॉट बुक करने के नाम पर हो रहे इस खुलासे के बाद कई सवाल भी उठ रहे है। एक ओर आरोपी पैसे लेकर टीकाकरण के लिए स्लॉट बुक कर रहे थे वहीं दूसरी ओर आम आदमी स्लॉट बुक करने के लिए परेशान हो रहा है।
एक मई से 18 से 44 साल के आयु वालों का वैक्सीनेशन शुरु होने के बाद स्लॉट बुक करने के लिए लोग लगातार परेशान हो रहे है। स्लॉट ओपन होने के कुछ सेंकड के अंदर ही फुल हो जा रहे है इस वजह से टीकाकरण के लिए लोगों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है।