लॉक डाउन के साइड इफेक्ट्स-3 : पुरुष वर्ग की बदलती सोच और जिम्मेदारियों का अहसास
तरसेम कौर | शुक्रवार,अप्रैल 24,2020
पुरुष वर्ग का यह बदला हुआ रूप और व्यवहार क्या कभी देखा जा सकता था , मतलब घर पर रहकर बर्तन मांजना , झाड़ू पोछा लगाना , ...
लॉक डाउन के साइड इफेक्ट्स- 2 : प्रकृति के नए रंग रूप
तरसेम कौर | मंगलवार,अप्रैल 21,2020
विश्वस्तर पर लगे इस लॉक डॉउन ने कुदरत को उसका असली चेहरा वापिस लौटा दिया है। हमें इससे सबक लेना चाहिए कि यदि हम कुदरत ...
लॉक डॉउन के साइड इफेक्ट्स - 1
तरसेम कौर | रविवार,अप्रैल 19,2020
अधिकतर लोग मदद कर रहे हैं , जिसका पुण्य उन्हीं को ही मिलेगा, यह सब करने से ज़रूरतमन्दों की मदद तो होती ही है, ख़ुद को ...
परीक्षा के दिनों में सहायक होगा यह आलेख : परीक्षा और मस्तिष्क
तरसेम कौर | मंगलवार,फ़रवरी 5,2019
स्कूली बच्चों ने अपनी-अपनी कक्षा की अंतिम और निर्णायक परिक्षाओं के लिए उल्टी गिनती गिननी शुरू कर दी है। कक्षा एक, ...
अपने सपनों को जिएं
तरसेम कौर | मंगलवार,अक्टूबर 10,2017
हम सभी लोग सपने देखते हैं। नींद में देखे गए सपने हमारी कल्पनाएं और कभी हमारी चिंताएं होती हैं। इन सपनों को हम सुबह उठते ...
हिन्दी दिवस विशेष : क्या हिन्दी पर शर्म है!
तरसेम कौर | गुरुवार,सितम्बर 14,2017
क्या आपको शर्म महसूस होती है कि आप अच्छी इंग्लिश नहीं बोल पाते या आपको अपने बच्चे का एडमिशन कराना है एक अच्छे पब्लिक ...
कैसे बनेगा मेरा भारत महान
तरसेम कौर | शनिवार,सितम्बर 2,2017
कैसे बनेगा मेरा भारत महान...!! जिसकी राजधानी दिल्ली में कचरे के ढेर पहाड़ के रूप ले चुके हैं। किसी की कोई जिम्मेदारी ...
चलो गांव चलें हम...
तरसेम कौर | सोमवार,अगस्त 28,2017
हमारा भारत देश कभी कृषि प्रधान देश कहलाता था। ज्यादा आबादी गांवों में ही बसती थी। पर पिछले कुछ दो-एक दशकों में भारत की ...
कविता : भावनाओं का अपलोड
तरसेम कौर | शनिवार,जुलाई 29,2017
डिलीट होती जा रही
भावनाओं और संवेदनाओं
का बैकअप शायद
किसी ने भी नहीं रखा है
कविता : हवाएं करती हैं प्रतीक्षा
तरसेम कौर | शनिवार,जून 10,2017
हवाएं करती हैं प्रतीक्षा
किसी सुगंध के आने की
ताकि वो भी सुगंधित हो सकें
चांद करता है प्रतीक्षा