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Last Updated : सोमवार, 7 अप्रैल 2025 (12:36 IST)

सूर्य का मेष राशि में प्रवेश: क्या होगा 12 राशियों पर प्रभाव?

Sun transit in aries 2025
Sun transit in Aries 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति काल कहा जाता है। सौर वर्ष के अनुसार 1 साल में 12 संक्रांति काल होते हैं, इन संक्रांति काल को पुण्य काल भी कहा जाता है। प्रत्येक महीने में एक बार सूर्य का राशि परिवर्तन होता है, वर्तमान में सूर्य मीन राशि पर गोचर कर रहे हैं तथा राहु के साथ में ग्रहण योग के प्रभाव में है, जिसका नकारात्मक प्रभाव देश दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति पर पड़ रहा है।ALSO READ: बृहस्पति ग्रह के मिथुन राशि में प्रवेश से बदल जाएगी 4 राशियों की किस्मत
 
14 अप्रैल 2025 को सूर्य मीन राशि को छोड़कर अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश करेंगे। सूर्य के इस राशि परिवर्तन को मेष संक्रांति काल कहा जाता है। सूर्य मेष राशि पर 15 मई 2025 तक विराजमान रहेंगे, क्योंकि मेष राशि सूर्य की उच्च राशि है, इसके प्रभाव से देश दुनिया में हो रही नकारात्मक घटनाओं पर लगाम लगेगी तथा लोगों में आत्मविश्वास की वृद्धि होगी। सूर्य का अपनी उच्च राशि में जाना देश दुनिया के लिए शुभ फल प्रदान करने वाला है। सूर्य के इस संक्रांति काल से मीन मलमास की भी समाप्ति होगी तथा मांगलिक कार्यों का पुनः शुभारंभ होगा, सूर्य का अपनी उच्च राशि में जाने से 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा जो कि इस प्रकार है।
 
1. मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर लग्न भाव में होगा, लग्न भाव में सूर्य के प्रवेश करने से इन राशि वालों का मान सम्मान व पराक्रम बढ़ेगा तथा आर्थिक लाभ भी हो सकता है। सूर्य की दृष्टि सप्तम भाव में होने के कारण जीवन साथी के साथ में मतभेद अथवा स्वास्थ्य में कुछ परेशानी हो सकती है।
 
2. वृषभ राशि: वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर द्वादश भाव में होगा, सूर्य के द्वादश भाव में प्रवेश करने से इन राशि वालों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इन राशि वालों के माता-पिता के साथ में मतभेद हो सकते हैं तथा स्वास्थ्य में परेशानी हो सकती है। द्वादश भाव में सूर्य के रहने से इन राशि वालों के मान सम्मान में भी कमी आएगी।
 
3. मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर एकादश भाव में होगा, लाभ भाव में सूर्य के प्रवेश करने से इन राशि वालों को आर्थिक लाभ हो सकता है तथा कार्यक्षेत्र में भी उन्नति होगी। लाभ भाव में सूर्य के रहने से आय की नई अवसर प्राप्त होंगे तथा संतान सुख में भी वृद्धि हो सकती है।
 
4. कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर दशम भाव में होगा तथा दशम भाव में सूर्य के प्रवेश करने से इन राशि वालों को नौकरी के अवसर प्राप्त होंगे, दशम भाव में सूर्य के प्रभाव से पिता के साथ में मतभेद तथा पिता का स्वास्थ्य खराब हो सकता है, अतः व्यर्थ के विवाद से बचें। इन राशि वालों को पदोन्नति भी प्राप्त हो सकती है।ALSO READ: Budh uday: बुध ग्रह के मीन राशि में उदय से 4 राशियों को रहना होगा सतर्क, 2 को मिलेगा फायदा
 
5. सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर नवम भाव में होगा, धर्म स्थान में सूर्य के प्रवेश करने से इन राशि वाले लोगों की धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी तथा भाग्य में भी वृद्धि होगी, लग्न भाव का स्वामी भाग्य स्थान में होने के कारण इन राशि वालों को भाग्य का पूरा लाभ मिलेगा तथा आर्थिक लाभ मिल सकता है।
6. कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर अष्टम भाव में होगा, अष्टम भाव में सूर्य के प्रभाव के कारण इन राशि वालों का स्वास्थ्य खराब हो सकता है तथा धन हानि के योग बनेंगे, सूर्य की दृष्टि द्वितीय भाव में होने के कारण इन राशि वालों का परिवार के लोगों से विवाद हो सकता है एवं कार्य क्षेत्र में भी प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
 
7. तुला राशि: तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर सप्तम भाव में होगा, सूर्य के प्रभाव के कारण इन राशि वालों का अपने जीवनसाथी के साथ में विवाद तथा मतभेद हो सकते हैं। सप्तम भाव में सूर्य के प्रभाव के कारण मानसिक अशांति हो सकती है। सप्तम भाव में सूर्य के होने के कारण तुला राशि वाले लोगों का रोजगार भी प्रभावित होगा।ALSO READ: शनि का मीन राशि में परिवर्तन, जानें 12 राशियों पर प्रभाव, करें ये उपाय
 
8. वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए सूर्य का गोचर छठे भाव में होगा। छठे भाव में सूर्य के प्रभाव के कारण इन राशि वालों का शत्रु पक्ष निर्बल रहेगा तथा स्वास्थ्य में अनुकूलता रहेगी, सूर्य के इस भाव में होने के कारण कार्य क्षेत्र में जरूर रुकावटें या परेशानी आ सकती है।
 
9. धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर पंचम भाव में होगा। पंचम भाव में सूर्य के प्रभाव के कारण इन राशि वाले लोगों का मान सम्मान, प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी परंतु संतान की चिंता व संतान से मतभेद हो सकते हैं। पंचम भाव में सूर्य के प्रभाव के कारण इन राशि वालों को आय के नए अवसर प्राप्त होंगे।
 
10. मकर राशि: मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर चतुर्थ भाव में होगा। चतुर्थ भाव में सूर्य के प्रभाव के कारण मकर राशि के जातकों को मानसिक तनाव हो सकता है तथा माता व पिता के साथ में मतभेद हो सकते हैं। अतः व्यक्ति को व्यर्थ की विवाद से बचना चाहिए।
 
11. कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर तृतीय भाव में होगा, तृतीय भाव में सूर्य के प्रभाव के कारण इन राशि वाले लोगों का मान सम्मान, प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी तथा पराक्रम बढ़ेगा। सूर्य के तृतीय भाव में होने के कारण छोटे भाई बहनों के साथ में व्यर्थ का विवाद हो सकता है तथा इन राशि वालों को नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे तथा आय में वृद्धि होगी।ALSO READ: मंगल के राशि परिवर्तन से क्या होगा देश और दुनिया का हाल
 
12. मीन राशि: मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर द्वितीय भाव में होगा, द्वितीय भाव में सूर्य के प्रभाव के कारण इन राशि वाले लोगों का अपने परिवार के लोगों के साथ में मतभेद तनाव हो सकता है तथा पारिवारिक बंटवारा भी हो सकता है। सूर्य के द्वितीय भाव में रहने के कारण आर्थिक हानि के योग बन सकते हैं।