गुरुवार, 19 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. ज्योतिष आलेख
  4. Janmashtami Shubh Mathura for rakhi celebration
Written By
Last Modified: गुरुवार, 18 अगस्त 2022 (12:00 IST)

जन्माष्टमी पर राखी बांधने के शुभ मुहूर्त कौन से हैं?

जन्माष्टमी पर राखी बांधने के शुभ मुहूर्त कौन से हैं? - Janmashtami Shubh Mathura for rakhi celebration
Janmashtami Rakhi Mathura : रक्षा बंधन का पर्व वैसे तो श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन रहता है परंतु कई लोग उस दिन किसी कारणवश राखी का पर्व नहीं मना पाते हैं तो वे भाद्रपद की चतुर्थी या फिर अष्टमी के दिन दिन राखी का पर्व मनाते हैं। यदि आप अष्टमी यानी जन्माष्टमी के दिन रक्षा बंधन का पर्व मना रहे हैं तो जानिए इस दिन के शुभ मुहूर्त।
 
 
अष्टमी तिथि (Ashtami Muhurta) : अष्टमी तिथि रात्रि 9 बजकर 20 मिनट से प्रारंभ होगी जो अगले दिन 10 बजकर 59 मिनट तक रहेगी। स्थानीय समयानुसार तिथि के समय में थोड़ी बहुत घट-बढ़ है। आप 18 या 19 किसी भी दिन रक्षा बंधन पर राखी बांद रहे हैं तो दोनों ही दिनों के शुभ मुहूर्त जानिए।
 
18 अगस्त शुभ मुहूर्त- August 18 Shubh Muhurta And Choghadiya :
- अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 12:05 से 12:56 तक।
- अमृत काल : शाम 06:28 से रात्रि 08:10 तक।
- शुभ योग : 18 अगस्त को रात्रि 08:41 तक वृद्धि योग उसके बाद ध्रुव योग रहेगा जो अगले दिन रात्रि 08:59 रहेगा। 18 अगस्त को रात्रि 11:35 तक पद्म योग भी रहेगा।
शुभ समय : सुबह 06 से 07:30 तक, दोपहर 12:20 से 03:30, शाम 05:00 से 06:30 तक।
 
दिन का चौघड़िया :
लाभ : दोपहर 12:29 से 02:05 तक
अमृत : दोपहर 02:05 से 03:40 तक।
 
रात्रि का चौघड़िया :
अमृत : शाम 06:51 से रात्रि 08:16 तक।
चर : रात्रि 08:16 से रात्रि 09:40 तक।
लाभ : रात्रि 12:29 से 01:54 तक।
Shubh Muhurat
19 अगस्त शुभ मुहूर्त- August 19 Shubh Muhurta And Choghadiya :
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 12:05 से 12:56 तक
अमृत काल : रात्रि 11:15 से रात्रि 01:01 तक।
- शुभ योग : ध्रुव योग रात्रि 08:41 तक, उसके बाद व्याघात योग। ध्रुव योग के साथ ही महालक्ष्मी, बुधादित्य, छत्र, कुलदीपक, भारती, हर्ष और सत्कीर्ति योग भी है।
 
दिन का चौघड़िया :
लाभ : सुबह 07:43 से 09:18 तक।
अमृत वार वेला : सुबह 09:18 से 10:54 तक।
शुभ : दोपहर 12:29 से 02:04 तक।
 
रात का चौघड़िया : 
लाभ : काल रात्रि 09:40 से रात्रि 11:04 तक।
शुभ : रात्रि 12:29 से 01:54 तक।
अमृत : रात्रि 01:54 से 03:18 तक।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। वेबदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता है। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
ये भी पढ़ें
श्रीकृष्ण के 108 नाम : सौभाग्य, ऐश्वर्य, यश, कीर्ति, पराक्रम मिलेगा, अवश्य करें जाप